लखनऊ। समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव के 16वीं लोकसभा के विदाई भाषण के दौरान ‘नरेंद्र मोदी अगेन’ का बयान देना विपक्षी खेमे के साथ-साथ उनकी पार्टी को ही हैरान कर गया है। राजनीतिक गलियारों से लेकर विश्लेषक तक उनके बयान के मायने पता लगा रहे हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है बल्कि इससे पहले भी कई बार मुलायम अपने दांव और बयानों से विरोधी खेमे को चौंकाते रहे हैं। कहा जाता है कि 1999 में जब कांग्रेस सोनिया गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बना रही थी, तब मुलायम ने ही इसका विरोध करते हुए उनके इटैलियन मूल पर सवाल उठाए थे।
Mulayam surprised the opposition camp by giving a statement of Narendra Modi again in the farewell speech of the 16th Lok Sabha
अपने करीबी नेता के खिलाफ कराई वोटिंग
1989 में मुख्यमंत्री बनने के लिए जनता दल में विधायक दल का नेता चुना जाना था। इसके चुनाव में मुलायम सिंह यादव ने अपने करीबी और राज्यसभा सांसद रेवती रमन सिंह को धोखा देते हुए अपने पक्ष में विधायकों के बीच जबरन वोटिंग कराई थी।
अचानक कर दी विधानसभा भंग
1990 में कांग्रेस के समर्थन से अल्पमत सरकार चलाने के बावजूद जब जनता दल का विभाजन हुआ तो मुलायम सिंह यादव ने रातोंरात एक फैसला लिया। मुलायम ने तत्कालीन कांग्रेस चीफ राजीव गांधी को बिना सूचित किए विधानसभा भंग कर दी थी। राजीव समेत कांग्रेस दल मुलायम के इस दांव से अवाक रह गया था।
सोनिया के प्रधानमंत्री बनने में रोड़ा
1999 में यूपीए-1 के गठन के दौरान कांग्रेस के सोनिया गांधी के प्रधानमंत्री बनाए जाने के प्रस्ताव का मुलायम ने विरोध किया था जबकि पहले उन्होंने उन्हें समर्थन देने का वादा किया था लेकिन बाद में मुकर गए। मुलायम ने उनके इटली मूल के होने का मुद्दा उठाकर मामले को नया रंग दे दिया था।