मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने अनुमान लगाया है बीजेपी और शिवसेना आगामी लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ सकते हैं। लेकिन हो सकता है वे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लिये साथ न आएं। पवार ने शुक्रवार रात मीडिया से बातचीत में दोनों चुनाव एक साथ कराए जाने की संभावनाओं को खारिज कर दिया और कहा कि स्थिति बदल गई है।
NCP chief estimates: BJP-Shiv Sena can fight together, Lok Sabha polls
केन्द्र पिछले कुछ समय से लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की संभावना टटोल रहा है। इस साल की शुरूआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराये जाने पर व्यापक बहस करने का आह्वान करते हुए कहा था कि इससे धन की बचत होगी।
पवार ने कहा, ‘बीजेपी और शिवसेना लोकसभा चुनाव के लिए हाथ मिला सकते हैं लेकिन हो सकता है वे राज्य विधानसभा चुनाव के लिए एक साथ ना आएं।’ केन्द्र और राज्य में सत्ता में साझीदार होने के बावजूद बीजेपी और शिवसेना के बीच तनावपूर्ण संबंध हैं। शिवसेना ने इससे पहले साफ किया था कि 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव वह अकेले लड़ेगी।
2019 के चुनाव से पहले कांग्रेस और एनसीपी के बीच भी सीटों को लेकर स्थिति साफ नहीं है। इस बीच एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा है कि 31 क्टूबर से पहले सीट बंटवारे का निर्णय हो जाना चाहिए, जिससे प्रचार के लिए भरपूर वक्त मिल सके। पवार के बयान पर महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि उनकी भी कोशिश होगी कि सीट बंटवारा जल्द से जल्द हो जाए, लेकिन उन्होंने कोई मियाद नहीं बताई।
बता दें कि महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं। एनसीपी ने कांग्रेस के सामने 25 सीटों की मांग की है। शुक्रवार को दोनों पार्टियों की हुई बैठक में महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति पर चर्चा हुई। उसके बाद सीटों के बंटवारे पर बातचीत हुई। इससे पहले 2014 के विधानसभा चुनाव में भी दोनों पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन पाई थी और दोनों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था।