छत्तीसगढ़ में भाजपा ने हारे नेताओं पर लगा रही दांव, 14 को फिर बनाया उम्मीदवार

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के चुनावी समर में भाजपा के 11 उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही पार्टी ने हारे नेताओं पर बड़ा दांव खेला है। भाजपा ने 72 उम्मीदवारों की पहली सूची में 11 और दूसरी सूची में तीन हारे नेताओं को टिकट से नवाजा है। पार्टी ने कोटा से काशी साहू पर भरोसा जताया है।
BJP in betting on Chhattisgarh leaders, 14 candidates made again
काशी पिछले चुनाव में कांग्रेस की रेणु जोगी से पांच हजार 89 वोट से हार गये थे। वहीं महासमुंद से निर्दलीय विमल चोपड़ा से सात हजार 807 वोट से हारे पूनम चंद्राकर को मौका दिया है। पूनम तीसरे स्थान पर थे। जैजेपुर से बसपा उम्मीदवार केशव चंद्रा से दो हजार 579 वोट से कैलाश साहू को हार का सामना करना पड़ा था। यहां कांग्रेस के महंत रामसुंदर दास तीसरे स्थान पर थे।

मुख्यमंत्री निवास पर पिछले तीन दिन से रोजाना टिकट पर आला नेताओं के साथ मंथन चल रहा है, लेकिन हर सीट पर तीन से पांच मजबूत दावेदार और गुटीय संघर्ष की स्थिति में नाम को अंतिम रूप नहीं दे पा रहे थे। भाजपा ने सरगुजा की प्रेमनगर और रामानुजगंज में बड़े नेताओं की बगावत और एकराय नहीं होने के कारण घोषणा नहीं की थी।

प्रेमनगर में सामान्य सीट होने के बावजूद आदिवासी नेताओं की दावेदारी ने भी चिंता बढ़ा दी थी। वहीं, रामानुजगंज में सांसद रामविचार नेताम को मैदान में उतारने और नहीं उतारने के बीच टिकट की घोषणा अटकी थी। आखिरी दौर में रामानुजगंज से रामकिशुन सिंह को मौका दिया गया।

पिछले चुनाव में प्रेमनगर से रेणुका सिंह 18 हजार 327 और रामानुजगंज से रामविचार नेताम को 11 हजार 592 वोट से कांग्रेस उम्मीदवार से हार मिली थी। सराइपाली और बसना में साहू समाज की दावेदारी के कारण पार्टी की उलझन बढ़ी थी। वर्तमान विधायक भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश संगठन के सर्वे में कमजोर पाये गये थे। यही कारण है कि दोनों का टिकट काट दिया गया।

चार साहू को बनाया उम्मीदवार
पार्टी ने चार साहू को मैदान में उतारा है। दुर्ग संभाग की संजारी बालोद, गुंडरदेही, वैशाली नगर में बड़ा पेंच फंसा था। संजारी-बालोद के पैनल में साहू समाज से तीन नेताओं का नाम था। इसमें पूर्व विधायक मदन साहू के बेटे नरेश साहू की दावेदारी सामने आ रही थी। पिछले चुनाव में मदन साहू के परिवार से टिकट नहीं मिलने के कारण पार्टी को 30 हजार से ज्यादा वोट से हार मिली थी।

इस बार पार्टी ने यहां से पवन साहू को उम्मीदवार बनाया। वहीं, गुंडरदेही से मंत्री रमशीला की दावेदार को दरकिनार करते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ताराचंद साहू के बेटे दीपक साहू को उम्मीदवार बनाया गया। पिछले लोकसभा चुनाव के समय दीपक ने अपने पिता की पार्टी स्वाभिमान मंच के एक गुट का विलय भाजपा में कराया था।

महिला विधायक का कटा टिकट
भाजपा ने महिला विधायक रूपकुमारी चौधरी का टिकट काट दिया, लेकिन दूसरी सूची में एक भी महिला उम्मीदवार नहीं बनाये। पहली सूची में भाजपा ने 14 महिलाओं को मैदान में उतारा था।