भोपाल। विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक दलों में दूसरे दलों के नेताओं के आने-जाने का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस में मंगलवार को शामिल होने वाले नेताओं में व्यापमं के आरोपी गुलाब सिंह किरार और नरसिंहपुर में कांग्रेस नेताओं को परेशान करने वाले भाजपा विधायक संजय शर्मा हैं।
Inclusion of stereotypes in the party started in the internal conflict, Anand Roy came face to face with opposition
व्यापमं की जबरदस्त तरीके से लड़ाई लड़ने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और विधि विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक तन्खा ने फिलहाल किरार के पार्टी में शामिल होने पर टालमटोल प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस को लड़ाई में साथ देने वाले व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय खुलकर पार्टी के खिलाफ उतर आए हैं। जबकि शर्मा के खिलाफ नरसिंहपुर जिले में कांग्रेस नेताओं ने सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दे दी है।
मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इंदौर में थे और इस मौके का लाभ उठाते हुए प्रदेश के दिग्गज नेताओं ने भाजपा विधायक संजय शर्मा, पूर्व विधायक कमलापत आर्य और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी व उनके किरार समाज के नेता गुलाब सिंह किरार को पार्टी में शामिल करा लिया।
शर्मा जब इंदौर में कांग्रेस की सदस्यता ले रहे थे, तब नरसिंहपुर जिले के बरमान में ईवीएम ट्रेनिंग चल रही थी। पर्यवेक्ष
सभी ने संजय शर्मा के पार्टी में प्रवेश का विरोध किया और कौड़िया ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के लैटरहेड पर संजय शर्मा को प्रत्याशी बनाए जाने पर सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी दी। संजय शर्मा के कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का उनसे आमना-सामना भी हुआ लेकिन दोनों के बीच बातचीत नहीं हुई।
व्यापमं की लड़ाई चलती रहेगी: दिग्विजय
गुलाब सिंह किरार के पार्टी में प्रवेश को लेकर कांग्रेसजनों में तीखी प्रतिक्रिया तो दिखाई दी, लेकिन सीधी बयानबाजी से नेता बचते रहे। पांच साल से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह व्यापमं की लड़ाई लड़ रहे हैं। जब उनसे नवदुनिया ने चर्चा करते हुए सवाल किया कि किरार के कांग्रेस में प्रवेश के बाद इस लड़ाई पर कोई असर पड़ेगा या नहीं तो उन्होंने कहा कि व्यापमं की लड़ाई चलती रहेगी। इस पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ऐसे दागियों को कांग्रेस में लाए जाने से पार्टी की भ्रष्टाचार की लड़ाई पर क्या प्रभाव पड़ेगा तो दिग्विजय सिंह बोले, अभी अपराध साबित नहीं हुआ है। उन्हें टिकट थोड़े ही दिया जा रहा है।
सवाल टाल गए तन्खा
व्यापमं की लड़ाई में कानूनी सलाह दे रहे एआईसीसी के विधि विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष विवेक तन्खा से जब किरार के पार्टी में प्रवेश पर प्रतिक्रिया जानना चाही तो वे सवाल को टाल गए। राहुल गांधी की यात्रा से दिग्विजय सिंह की दूरी को भी लोग इस फैसले से जोड़ कर देख रहे हैं। हालांकि सिंह दो दिन पहले यह साफ कर चुके थे कि उन्हें अध्यक्ष ने कोई जरूरी काम सौंपा है, जिस कारण वे राहुल गांधी के दौरे में साथ नहीं रह पाएंगे।
कांग्रेस में भी उन्हीं को तव्वजो
व्यापमं मामले में कांग्रेस नेताओं की लड़ाई में साथ देने वाले व्हिसल ब्लोअर डॉ. आनंद राय ने नईदुनिया से बातचीत में कहा कि भाजपा ही नहीं कांग्रेस में भी व्यापमं घोटाले के आरोपियों व मामले में घिरे लोगों को तव्वजो मिल रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में व्यापमं के आरोपी संजीव सक्सेना, फुंदेलाल मार्को के बाद अब गुलाब सिंह किरार को महत्व दिया गया है। संजीव सक्सेना पर व्यापमं में पांच मामले हैं। इसी तरह फुंदेलाल मार्को ने इसी गड़बड़ी के दौरान अपने बेटे का प्रवेश कराया था।