लखनऊ । अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर चल रहे सियासी संग्राम के बीच समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने बड़ा बयान दिया है। अपर्णा ने कहा कि अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है और वहां राम का मंदिर ही बनना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट पर पूरा यकीन है।
Big statement of Mulayam’s sister Aparna: Said- Ayodhya itself should be the temple of Lord Ram, there should be temple only
बाराबंकी के देवा में अपर्णा ने कहा कि रामायण में लिखा है कि अयोध्या राम की जन्मभूमि है, इसलिए वहां राम मंदिर बनना चाहिए। उनसे जब यह सवाल किया गया कि इसका मतलब वह बीजेपी के साथ हैं तो उन्होंने कहा कि अगर वह अयोध्या में राम मंदिर बनने का समर्थन कर रही हैं तो इसका मतलब यह कतई नहीं है कि वह बीजेपी के साथ हैं, वह राम के साथ हैं।
चाचा शिवपाल की पार्टी से लड़ेंगी चुनाव?
अपर्णा से पत्रकारों ने पूछा कि 2019 का लोकसभा चुनाव वह किस पार्टी के सिंबल से लड़ेंगी तो उन्होंने कहा कि अभी लोकसभा चुनाव में समय है। हालांकि उनसे पूछा गया कि वह समाजवादी पार्टी के सिंबल से चुनाव लड़ेंगी या प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से? अपर्णा ने कहा कि वह चाचा शिवपाल और नेता जी के साथ हैं, इसलिए वह चाचा की पार्टी के टिकट से ही चुनाव लड़ेंगी।
तीन तलाक विधेयक का भी किया था समर्थन
मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने इससे पहले बीजेपी के तीन तलाक विधेयक का भी समर्थन किया था। समाजवादी पार्टी जहां इस विधेयक का विरोध कर रही थी वहीं अपर्णा ने कहा था, ‘यह स्वागत योग्य कदम है। यह महिलाओं खासकर मुस्लिम महिलाओं को और मजबूती देगा। यह उन महिलाओं की तरफ ध्यान आकृष्ट करेगा जो लंबे समय से अन्याय सहती आ रही हैं।’
कई बार दिखीं बीजेपी से नजदीकियां
मुलायम सिंह के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्नी अपर्णा यादव ने इससे पहले भी कई बार एसपी से अलग सुर अपनाया है। यूपी में बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के कुछ दिन बाद ही अपर्णा और उनके पति प्रतीक यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। इस मुलाकात की राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हुई थी। इससे पहले अपर्णा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक इफ्तार पार्टी में भी नजर आई थीं। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ली गई एक सेल्फी को शेयर करने के कारण भी अपर्णा चर्चा में रही थीं।