विवाद के बीच कल फिर खुलेंगे सबरीमाला के कपाट, गतिरोध से निपटने प्रशासन ने की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

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तिरुवनंतपुरम। केरल के सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश को लेकर जारी विवाद के बीच सोमवार से एक बार फिर मंदिर के कपाट खुलने जा रहे हैं। विशेष पूजा के इस आयोजन के बीच किसी भी तरह के गतिरोध से निपटने के लिए प्रशासन ने कड़ी तैयारी शुरू कर दी है। प्रशासन ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है। पंबा से सन्निधनम के बीच करीब 1500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। इसके साथ ही कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है।
The security arrangements of the administration to tackle the closure of Sabarimala’s cupboard, will be opened tomorrow between the dispute.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद पिछले महीने महिलाओं (10 से 50 वर्ष की आयु) को मंदिर में प्रवेश नहीं करने दिया गया था। इसे लेकर काफी हिंसक प्रदर्शन भी हुए थे। इसे देखते हुए ही प्रशासन ने विशेष पूजा को लेकर पहले से ही सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना शुरू कर दिया है। दरअसल, प्रदर्शनकारी 10 से 50 वर्ष की आयु की महिलाओं को प्रवेश न देने की मांग को लेकर अब भी अडिग हैं। यही वजह है कि प्रशासन इस बार किसी भी तरह की आशंका को देखते हुए पहले से मुस्तैद है।

इन जगहों पर धारा 144
4 से 6 नवंबर तक सन्नीधनम, पंबा, निलाक्कल और इलावंकुल में धारा 144 लगाने का फैसला किया गया है। फिलहाल दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है। आईजी अशोक यादव ने बताया, ‘पंबा से सन्निधनम के बीच 1500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।’

अब तक 3505 गिरफ्तार
उधर, नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने मंदिर कस्बे व दूसरे स्थानों पर 16 से 22 अक्टूबर और सोमवार सुबह तक बाधा पैदा करने वाले गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 3,505 हो गई है। विभिन्न थानों में 529 मामले दर्ज किए गए हैं।

रथयात्रा निकालेगी बीजेपी
इस बीच बीजेपी ने छह दिनों की रथयात्रा निकालने का ऐलान भी किया है। यह रथयात्रा कासरगोड से सबरीमाला तक 8 नवंबर से निकाली जाएगी। इस रथयात्रा को निकालने के पीछे उद्देश्य है कि सबरीमाला मंदिर की परंपरा और रिवाजों को बचाया जा सके।

अमित शाह जाएंगे मंदिर
16 नवंबर को नियमित वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए खुल रहे मंदिर के कपाट में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के शामिल होने संभावना जताई जा रही है। सबरीमाला मंदिर में आकर पूजा करने की बात उनके विवादित बयान के बाद सामने आई है। बता दें कि शाह ने कहा था बीजेपी अयप्पा भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी रहेगी। शाह ने आरोप लगाया था कि केरल के अंदर मंदिरों की परंपरा को खत्म करने की कोशिश कम्युनिस्ट सरकार कर रही है। उन्होंने कहा था कि सरकार और कोर्ट को ऐसे आदेश देने चाहिए, जिनका पालन हो सके। उन्हें आदेश ऐसे नहीं देने चाहिए जो लोगों की आस्था का सम्मान न कर सकें। उन्होंने कहा था कि सरकार आग से खेल रही है।