पटना। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने सोमवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा की खिंचाई की और केन्द्रीय मंत्री को दो नावों की सवारी को लेकर आगाह किया। गौरतलब है कि आरएलएसपी ने बिहार में एनडीए सहयोगियों के बीच सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए 30 नवंबर तक का समय दिया है।
Chirag Paswan told to Upendra Kushwaha, said, “Stop the pressure-making tactics”
एलजेपी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) प्रमुख नीतीश कुमार के खिलाफ आरएलएसपी प्रमुख के लगातार हमलों को भी खारिज कर दिया। पिछले महीने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ आरएलएसपी प्रमुख की बैठक का हवाला देते हुये उन्होंने कहा कि कुशवाहा को तय करना चाहिए कि उन्हें एनडीए में बने रहना है या नहीं।
‘दबाव बनाने की रणनीति अपना रहे कुशवाहा’
चिराग पासवान ने कहा, समयसीमा तय कर और प्रधानमंत्री के सिवाय किसी और से बात नहीं करने का रुख अपना कर आप दबाव की रणनीति का सहारा ले रहे हैं। इसके अलावा, वह मुख्यमंत्री के खिलाफ बोल रहे हैं। आप गठबंधन का हिस्सा रहते हुए एनडीए के घटकों के खिलाफ नहीं बोल सकते हैं। यह दो नावों में सवारी के जैसा है।
कुशवाहा ने कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए एनडीए ने उनकी पार्टी को जितनी सीटों का प्रस्ताव दिया है वह सम्मानजनक नहीं है। उन्होंने बीजेपी से 30 नवंबर तक इस पर पुनर्विचार करने को कहा है। उन्होंने प्रशासन सहित कई मुद्दों पर नीतीश कुमार की आलोचना की है और उन पर अपनी पार्टी तोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। बिहार एनडीए में बीजेपी, जेडीयू, एलजेपी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी शामिल हैं। अयोध्या के मुद्दे पर चिराग पासवान ने पार्टी का रुख दोहराया कि इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार किया जाना चाहिए।