सैन्य युद्धाभ्यास के जरिए भारत अमेरिका और रूस को साधने की कर रहा कोशिश

0
336

नई दिल्ली। रणनीतिक और रक्षा समझौतों से लेकर कॉम्बैट एक्सरसाइज में भी भारत अमेरिका और रूस के बीच संतुलन साधने की कोशिश कर रहा है। विरोधी संतुलन के साथ, भारत तीसरी बड़ी शक्ति चीन के साथ भी सैन्य संबंधों में आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है। सेना के एक सीनियर सेना अधिकारी ने बताया, ‘भारत रक्षा कूटनीति के मामले में देर से शुरूआत करने वाला रहा है, लेकिन अब बजट, ब्यूरोक्रेटिक और अन्य कमियों से जूझने के बावजूद इस दिशा में हर संभव कोशिश कर रहा है।
India is trying to do the work of America and Russia through military maneuvers
उदाहरण के लिए, भारतीय नौसेना के युद्धपोतों ने 113 विदेशी बंदरगाहों तक अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और 16 देशों की नौसेनाओं के साथ युद्धाभ्यास/पट्रोलिंग की।’  जहां रूस और अमेरिका के साथ भारत कई बार युद्धाभ्यास कर चुका है, वहीं अब डोकलाम विवाद के बाद ठंडे बस्ते में चले गए सैन्य संबंधों को फिर से सक्रिय करने की कोशिश की जा रही है। लंबे समय के बाद भारत और चीन के बीच वहां के चेंगदु मिलिटरी रीजन में 10 से 23 दिसंबर के बीच युद्धाभ्यास होगा।

कई देशों के साथ युद्धाभ्यास
यहां तक कि इस साल के आखिर तक भारत पी-5 (अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और ब्रिटेन) के साथ आॅस्ट्रेलिया, जापान, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और आसियान देशों (सिंगापुर, वियतनाम, मलयेशिया, इंडोनेशिया और थाईलैंड) के साथ भी अभ्यास कर चुका होगा। नौसेना के अधिकारी ने बताया, ‘ मुझे नहीं लगता कि किसी अन्य देश ने इतने बड़े स्तर पर इतने देशों के साथ युद्धाभ्यास किया होगा। इस तरह के युद्धाभ्यास से रणनीतिक सहयोग, मिलिटरी संबंध और आत्मविश्वास बढ़ता है।’

अकेले दिसंबर में ही, भारत की सेनाएं अमेरिका, रूस और चीन के साथ सैन्य अभ्यास करने वाली हैं। सबसे पहले भारत और अमेरिका की एयरफोर्स के बीच 3 से 14 दिसंबर तक पश्चिम बंगाल के कलाइकुंडा और अर्जन सिंह एयरबेस में युद्धाभ्यास होगा। इसमें भारतीय वायुसेना सुखोई-30एमकेआई, जगुआर, मिराज-2000 जैसे एयरक्राफ्ट के साथ उतरेगा।

इसके बाद भारत की वायुसेना रूस की सेना के साथ जोधपुर में ‘अवलेंद्रा’ युद्धाभ्यास करेगी। यह अभ्यास 10 से 22 दिसंबर तक होगा। इससे पहले ऐसा युद्धाभ्यास भारत और रूस ने सितंबर में रूस के लाइपटेक में किया था। इस दौरान भारत और चीन भी ‘हैंड इन हैंड’ एक्सरसाइज करेंगे। यह अभ्यास 10 से 23 दिसंबर तक होगा। इससे पहले डोकलाम विवाद की वजह से भारत और चीन के बीच युद्धाभ्यास रोक दिए गए थे। यही नहीं, रूस के युद्धपोत दिसंबर में गोवा पहुंचने वाले हैं। वहीं भारत और यूके की नौसेनाएं अभी गोवा में ‘कोंकण’ युद्धाभ्यास कर रहे हैं।