चेन्नै। तमिलनाडु में सत्ताधारी एआईएडीएमके और भाजपा के बीच लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन होने की संभावना है। दोनों पार्टियों के सूत्रों ने जल्द ही गठबंधन पर मुहर लगने की पुष्टि की है। राज्य में लोकसभा की 39 सीटें हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी को यहां सिर्फ कन्याकुमारी सीट पर जीत मिली थी। पार्टी ने गठबंधन, सीटों का बंटवारा, प्रचार अभियान और मेनिफेस्टो पर चर्चा के लिए उच्च स्तरीय कमिटी बनाई है, जिसकी सोमवार को बैठक है। सूत्रों के मुताबिक एक हफ्ते के अंदर बात बन जाने की उम्मीद है। 10 फरवरी के बाद एआईएडीएमके-बीजेपी गठबंधन का औपचारिक ऐलान किए जाने की संभावना है।
AIDMK-bhaajapa ka gathabandhan tay, 10 pharavaree ke baad aupachaarik ailaan sambhav
24 सीटों पर लड़ेगी एआईएडीएमके
गठबंधन के तहत एआईएडीएमके कम से कम 24 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, बीजेपी के साथ ही रामदॉस की पीएमके, विजयकांत की डीएमडीके, जीके वासन की तमिल मनीला कांग्रेस, पुतिया तमिझगम, शिक्षाविद टीआर पचमुथु की आईजेके के अलावा कुछ छोटे दलों को गठबंधन में बाकी सीटों पर समायोजित किए जाने की संभावना है। बताया जा रहा है कि राज्य के मुख्यमंत्री ईके पलनिसामी के करीबियों में गिने जाने वाले मंत्री एसपी वेलुमणि और पी थंगामणि, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के संपर्क में हैं। इन मंत्रियों से तमिल बोलने वाले अपने दूतों और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के जरिए शाह गठबंधन पर चर्चा कर रहे हैं।
इस वजह से एआईएडीएमके को बीजेपी से उम्मीद
एक बीजेपी नेता ने बताया की ‘शुरूआती बातचीत कुछ महीने पहले शुरू हुई थी। एआईएडीएमके गठबंधन के लिए लगातार जोर दे रही है।’ एक नेता ने कहा कि दोनों पार्टियों को इस बात का एहसास है कि दोनों का भविष्य एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। कुछ एआईएडीएमके नेताओं का मानना है कि मोदी सरकार के 1 फरवरी को संसद में पेश किए गए अंतरिम बजट में किसानों और असंगठित क्षेत्र के कामगारों को राहत देने का फैसला एआईएडीएमके की अगुआई वाले गठबंधन की जीत की अहम वजह बन सकता है।
2014 में 37 सीटों पर जीती थी एआईएडीएमके
केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता पोन राधाकृष्णन ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कन्याकुमारी सीट से जीत हासिल कर दक्षिण भारत के एक और राज्य में बीजेपी की मौजूदगी दर्ज कराई थी। मोदी लहर के बीच हुए चुनाव में एआईएडीएमके ने राज्य की 39 लोकसभा सीटों में से 37 पर जीत हासिल करते हुए विपक्षी दलों का सफाया कर दिया था। वहीं, मई 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भी एआईएडीएमके ने दिवंगत जयललिता की अगुआई में जीत हासिल की थी। हाल ही में पीएम मोदी ने तमिलनाडु के मदुरै का दौरा किया था। इस दौरान एम्स की आधारशिला रखने के साथ ही पीएम ने एक जनसभा को संबोधित किया था। पीएम मोदी ने अपने भाषण में एआईएडीएमके की कट्टर प्रतिद्वंद्वी डीएमके को जनरल कैटिगरी आरक्षण के मामले में निशाने पर लिया था। केंद्र के समान्य वर्ग के 10 प्रतिशत आरक्षण को डीएमके की तरफ से ही मद्रास हाई कोर्ट में चुनौती दी गई है। इस मामले में केंद्र को नोटिस जारी कर अदालत ने जवाब भी मांगा है।