नई दिल्ली। संसद की कार्यवाही के आखिरी दिन भी विपक्षी दलों द्वारा हंगामा जारी है। ऐसे में राष्ट्रपति के भाषण का राज्यसभा में पास होने पर संशय बना हुआ है। बता दें कि राफेल डील पर सीएजी रिपोर्ट बुधवार को संसद में पेश हुई है। इसको लेकर विपक्ष का विरोध प्रदर्शन हो रहा है। प्रदर्शन कर रहे प्रमुख दलों में कांग्रेस और टीएमसी शामिल हैं। संसद के बाहर हुए प्रदर्शन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हुईं। कांग्रेस के सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और के सी वेणुगोपाल भी राहुल के साथ चर्चा करते दिखे। वहीं विरोध कर रहे टीएमसी सांसद काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे।
On the Rafael deal, the opposition continues, the opposition has protested in the Parliament premises, including Sonia and Manmohan
क्या है मामला
हितों के टकराव का आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने रविवार को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षकराजीव महर्षि से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के करार की आॅडिट प्रक्रिया से खुद को अलग करने की मांग उठाई थी। इसपर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा था, ‘चूंकि तत्कालीन वित्त सचिव के तौर पर वह इस वार्ता का हिस्सा थे इसलिए उन्हें आॅडिट प्रक्रिया से खुद को अलग कर लेना चाहिए।’ कांग्रेस ने यह भी कहा है कि महर्षि द्वारा संसद में राफेल पर रिपोर्ट पेश करना ठीक नहीं है।
टीडीपी ने भी किया प्रदर्शन
संसद परिसर में गांधी की प्रतिमा के पास तेलगु देशम पार्टी के सांसदों ने भी विरोध प्रदर्शन किया। टीडीपी नेताओं ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग उठाई है।
केजरीवाल-ममता का सत्याग्रह
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए केजरीवाल ने भी बुधवार को जंतर मंतर पर सत्याग्रह का ऐलान किया है। इस कार्यक्रम में ममता बनर्जी भी शामिल होंगी। दिल्ली में होनेवाले विपक्ष के विरोध प्ररदर्शन पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘हमारी आजादी और लोकतंत्र के लिए अनगिनत स्वतंत्रता सैनानियों ने अपनी कुबार्नी दी है। हम उनके बलिदान को भूलकर किसी तानाशाह के उत्पीड़न पर चुप नहीं रहेंगे। लोकतंत्र बचाओ सत्याग्रह आज दोपहर से जंतर मंतर पर शुरू होगा। आकर हमारे साथ खड़ें हों।’