चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा दावं, सर्जिकल स्ट्राइक के हीरो हुडा को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी

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नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने आम चुनाव से पहले एक बड़ा दांव चला है। पार्टी ने भारतीय सेना द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक की निगरानी करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुडा (रिटायर्ड) को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक टास्क फोर्स गठित की है, जो देश के लिए विजन डॉक्युमेंट तैयार करेगी। खास बात यह है कि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हुडा इस टास्क फोर्स को लीड करेंगे। वह विशेषज्ञों के समूह से विचार-विमर्श कर डॉक्युमेंट तैयार करेंगे। आपको बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक के समय हुडा नॉर्दर्न आर्मी कमांडर थे।
Prior to the election, the bigger claim of the Congress, the huge responsibility handed to the Hero Hooda of the Surgical Strike
कांग्रेस में शामिल होने से इनकार
मीडिया से बात करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल हुडा ने कांग्रेस में शामिल होने या चुनाव लड़ने की संभावना से साफ इनकार किया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस में शामिल होने या चुनाव लड़ने की मेरी कोई योजना नहीं है। कांग्रेस ने मुझसे कहा कि क्या मैं राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक व्यापक विजन डॉक्युमेंट तैयार कर सकता हूं। मैं सहमत हो गया क्योंकि ऐसा कुछ मैं करना चाहता हूं… यह मेरी विशेषज्ञता के दायरे में आता है।’

गुरुवार को कांग्रेस पार्टी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। पार्टी के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में बताया गया, ‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर टास्क फोर्स गठित करने के लिए आज लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुडा (रिटायर्ड) से मुलाकात की, जो देश के लिए एक विजन पेपर तैयार करेंगे।’ गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने सर्जिकल स्ट्राइक के ‘हीरो’ को यह जिम्मेदारी ऐसे समय में सौंपी है जब चुनाव की घोषणा होने में कुछ ही हफ्ते बचे हैं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में पल रहे आतंकियों के खिलाफ 2016 में भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर कई आतंकी कैंपों को नष्ट कर दिया था। इस आॅपरेशन में कई आतंकी मारे गए थे। केंद्र सरकार ने इसे जोर-शोर से प्रचारित भी किया। हालांकि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल हुडा ने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक के इतने प्रचार की जरूरत नहीं थी। ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के इस फैसले को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

आपको बता दें कि सर्जिकल स्ट्राइक के दो साल बाद तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डी एस हुडा ने कहा था कि इस हमले के इतना प्रचार की जरूरत नहीं थी। हुड्डा ने कहा था, ‘मुझे लगता है कि इसका कुछ ज्?यादा ही प्रचार किया गया। सेना का आॅपरेशन महत्वपूर्ण था और हमें ऐसा करना ही था। पर इसका कितना राजनीतिकरण होना चाहिए था, यह कितना सही है या गलत यह बात राजनेताओं से पूछी जानी चाहिए।’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक को जरूरत से ज्यादा तूल दिए जाने संबंधी सेना के पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीएस हुडा के बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था। उन्होंने दावा किया था कि पीएम मोदी ने सेना का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया और इस पर उन्हें कोई शर्म नहीं है।