भोपाल। अपने मृत पिता को जीवित बताने वाले एडीजी राजेंद्र मिश्रा का मामला लगातार उलझता जा रहा है। सभी वरिष्ठ अधिकारियों के समझाने के बाद भी वे पिता की मौत को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। अब शुक्रवार को डॉक्टरों का एक बोर्ड गठित कर दिया गया है, जो उनके पिता कुलामणि मिश्रा की मेडिकल जांच करेगा।
ADG Mishra’s father’s death confused, doctors set up to investigate
दरअसल एडीजी का मानना है कि उनके पिता की नाड़ी अभी चल रही है और उनका आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज जारी है। चूंकि यह एक पारिवारिक मामला है, इसके चलते कोई अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है, लेकिन राज्य मानवाधिकार आयोग के निर्देश पर डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई है। इस बोर्ड में 3 एलोपैथिक डॉक्टर और तीन आयुर्वेदिक डॉक्टर शामिल हैं। इस टीम में नाड़ी वैद्य, दिमाग और हार्ट विशेषज्ञ भी शामिल हैं। टीम आज राजेंद्र मिश्रा के घर जाकर उनके पिता की मेडिकल जांच कर सकता है। इस जांच से यह साबित हो जाएगा कि एडीजी के पिता जीवित हैं या नहीं।
बता दें कि 14 जनवरी को एक निजी अस्पताल ने कुलामणि मिश्रा को मृत घोषित कर दिया था, जिसके बाद एडीजी राजेंद्र प्रसाद मिश्रा ने उन्हें घर लाकर उनका आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार शुरू कर दिया। हालांकि एडीजी मिश्रा मानवाधिकार आयोग में अपना पक्ष रख चुके हैं। अब उलझन यह है कि इस मामले की किसी ने शिकायत नहीं की है। आयोग ने सीधे विभाग को आदेश दिए हैं, लेकिन किसी के घर में बिना अनुमति जाने में कई कानूनी उलझनें आ सकती हैं।