निभाया पत्नी धर्म, दिव्यांग पति को पीठ पर लेकर सीएमओ आफिस पहुंची

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मथुरा। तपती दोपहरी और माथे से टपकता पसीना, पीठ पर अपने पति को लादे यहां से वहां भटकती महिला। कोई नहीं था जो उसकी व्यथा को समझ सके। बस, भीड़ थी जो उसे कौतुहल से देख रही थी। लोग कुछ क्षण देखते और आगे बढ़ जाते। मदद तो दूर किसी ने उससे यहां आने का कारण तक नहीं पूछा।

हालांकि यूपी सरकार के मंत्री ने इसकी निंदा की है। कुछ दिनों पहले ऐसा ही एक मामला बिजनौर में सामने आया था जब भारत बंद के प्रदर्शन के दौरान एक शख्स अपने बुजुर्ग पिता को कंधे पर लेकर अस्पताल लेकर गया था।

मंगलवार को सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से प्रसारित हुआ। समझ में नहीं आया कि यह असली है या नकली। महिला सोमवार को कलक्ट्रेट पर अपने पति को पीठ पर लादकर दफ्तर-दफ्तर घूमी। इसके बाद उसे किसी ने बताया कि वह सीएमओ दफ्तर जाए।

विमला नाम की इस महिला के ड्राइवर पति का कुछ माह पूर्व नस में कुछ दिक्कत आने से एक पैर खराब हो गया, जिसे कटवाना पड़ा। वह अब पति का दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाना चाहती है। सीएमओ आफिस पर जब महिला से उसके पति का फोटो खिंचवाने के लिए बोला गया तो पहले तो वह यहां-वहां ताकती रही।

काफी देर बाद भी जब आसपास वहां कोई साधन न दिखा तो महिला ने यहां अपना पत्नी धर्म निभाया। पति चलने में असमर्थ था तो महिला ही उसका सहारा बनी और उसे पीठ पर उठा फोटो की दुकान पर पहुंची। इस दौरान भीड़ रुक-रुककर महिला को देखती रही, चर्चा करती रही, लेकिन किसी भी शख्स ने उसकी मदद नहीं की। इस संबंध में सीएमओ एसके त्यागी ने बताया कि ऐसा कोई मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है।