भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा ने लंबे मंथन के बाद 15 सीटों पर नामों का एलान किया है। नामों की घोषणा के साथ ही पार्टी में डैमेज कंट्रोल के सारे प्लान फेल हो गए हैं और घोषित किए गए कई उम्मीदवारों का उन्हीं के क्षेत्र में विरोध हो रहा है। और कुछ नेताओं द्वारा बगावत के सुर भी तेज हो गए हैं।
दरअसल, भाजपा ने कई दौर की बैठकों के बाद अब तक सिर्फ 15सीटों पर नामों का एलान किया है। नामों की घोषणा के साथ ही मौजूदा सांसदों के टिकट कटने और प्रत्याशियों का विरोध शुरू हो गया है। प्रत्याशियों के खिलाफ अब खुलकर बगावत हो रही है। ऐसे में खबरें आ रही है कि कुछ सीटों पर फेरबदल के आसार हैं। प्रत्याशियों के नामों में बदलाव की बात की जा रही है।
टीकमगढ़, सीधी, मंदसौर, दमोह के प्रत्यशियों का भारी विरोध हो रहा है। नामों के ऐलान के साथ होने के साथ ही विरोधी गुट अब खुलकर प्रत्याशियों के सामने आ रहे है। अंदरूनी कलह अब भाजपा के लिए मुसीबत बन रहा है। ऐसे में एक बार फिर से 6 से 7 सीटों पर फिर से चेहरे बदले जा सकते हैं।
भाजपा ने तीन से चार सर्वे के बाद ही प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। लेकिन क्षेत्र में उठे रहे विरोध के स्वर के बाद अब नामों पर फिर से विचार किया जा रहा है। वीरेंद्र खटीक, रीति पाठक, प्रह्लाद पटेल, सुधीर गुप्ता, हिमाद्रि सिंह, संध्या सुमन राय के नामों पर अब जमकर विरोध हो रहा है। विरोध के बीच में जीत को लेकर अब भाजपा की चिंता की लकीरें बढ़ा दी है।