कैग की रिपोर्ट से आप में खलबली: राशन वितरण केन्द्रों पर बाइक और टेंपो से ढोया गया अनाज

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नई दिल्ली। सीएजी की रिपोर्ट से दिल्ली में राशन को लेकर बड़ी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, चारा घोटाले की तरह यहां भी बाइक और टेंपो पर अनाज ढोया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, एफसीआई गोदाम से राशन वितरण केंद्रों पर 1589 क्विंटल राशन की ढुलाई के लिए आठ ऐसी गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया, जिनका रजिस्ट्रेशन नंबर बस, टेंपो और स्कूटर-बाइक का था।

कैग की इस रिपोर्ट पर एक बार फिर दिल्ली में सियासत तेज हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल पर हमला बोल दिया है। हालांकि, इस मामले में केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि कैग द्वारा दिए गए भ्रष्टाचार या अनियमितता के प्रत्येक मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली विधानसभा में सिसादिया ने साफ कर दिया कि कैग रिपोर्ट के अनुसार किसी मंत्री या अधिकारी के कामकाज में अनियमितता पाई गई तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। इस रिपोर्ट को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने विधानसभा में पेश किया।

जाहिर सी बात है कि इन गाड़ियों पर इतनी बड़ी मात्रा में अनाज की ढुलाई नहीं हो सकती। साथ ही रिपोर्ट के मुताबिक, 2016-17 में जिन 207 गाड़ियों को राशन ढुलाई के काम में लाया गया, उनमें 42 के रजिस्ट्रेशन ही नहीं हैं। जिस पर कैग ने अपनी रिपोर्ट में संदेह जताया है कि राशन का वितरण हुआ ही नहीं और अनाज चोरी की आशंका को नकारा नहीं जा सकता है।

अब इस मामले पर सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस ने इसकी सीबीआई जांच की मांग की है, वहीं बीजेपी ने इसमें सरकार की मिलीभगत बताया। रिपोर्ट में घोटाले का खुलासा होते ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट किया है। केजरीवा ने कहा है कि कैग द्वारा उजागर भ्रष्टाचार या अनियमितता के हर मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी नहीं बख़्शा जाएगा।

केजरीवाल ने ट्वीट कर एलजी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि घर-घर राशन की डिलीवरी की योजना को खारिज कर उप राज्यपाल इन चीजों को संरक्षण देने की कोशिश कर रहे हैं। पूरा राशन सिस्टम माफिया की जद में है, जिन्हें राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है। घर-घर डिलीवरी से ये माफिया खत्म हो जाते।

आप नेता सौरव भारद्वाज ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि जब जब भ्रष्टाचार के मामले विधानसभा ने दिए है एलजी आफिस ने भ्रष्टाचारियों का संरक्षण किया है। सीएजी ने जो भी मामले खोले हैं वो पीएसी के अंदर जाएंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ मुकद्दमे दर्ज होंगे और सीबीआई के अंतर्गत सजा होगी।