मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों पर आयकर विभाग के छापे को लेकर सरकार की ओर से पहली प्रतिक्रिया आई है. मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय संभाल रहे अरुण जेटली ने कहा कि चुनाव आयोग और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियां चुनाव के दौरान काले धन पर नजर रखती हैं. यह उनका काम है. राजनीति से इसका कोई लेना-देना नहीं है. वे हमारे पास नहीं आतीं और रिपोर्ट नहीं करती हैं.
अरुण जेटली ने कहा कि जो लोग बेईमानी करने के बाद रो रहे हैं उन्हें बताना चाहिए कि उनके आवासों से करोड़ों रुपये कैसे बरामद हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में भ्रष्टाचार चरम पर होता है. बीजेपी एकमात्र ऐसी पार्टी है जो चेक और चुनावी बांड पर ध्यान केंद्रित कर रही है जो कि सफेद धन है. काला धन रखने वालों को पकड़े जाने पर रोने की बजाए खुद पर शर्म करना चाहिए.