बालाघाट। भाजपा सांसद बोध सिंह भगत ने मंगलवार सुबह निर्दलीय नामांकन भरा है। वे पार्टी द्वारा यहां से ढाल सिंह बिसेन को टिकट देने से नाराज चल रहे थे। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं नरोत्तम मिश्रा और सांसद प्रभात झा ने भी भगत को मनाने की कोशिश की, लेकिन वे निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए अड़े रहे। भगत ने सोशल मीडिया के जरिए यह भी अपील की थी कि नामांकन दाखिल करने के दौरान उनके साथ ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हों।
बालाघाट से ढाल सिंह बिसेन ने सोमवार को ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ अपना नामांकन जमा किया था। इससे पहले भी पिछले सप्ताह प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत बोध सिंह को मनाने बालाघाट गए थे, लेकिन वे नहीं माने।
पार्टी बिसेन के दबाव में
भाजपा सांसद बोध सिंह भगत ने बताया कि मिश्रा और झा ने उनसे बातचीत की थी और नामांकन नहीं भरने का आग्रह भी किया। भगत ने बताया कि दोनों नेताओं से मैंने साफ कर दिया कि अभी भी वक्त है। हारने वाले की टिकट बदल दो, पार्टी का भला होगा। सांसद भगत ने कहा कि भाजपा ने मात्र गौरीशंकर बिसेन के दबाव में मेरा टिकट काटा, जबकि मेरे खिलाफ किसी तरह का कोई आरोप नहीं था। मैंने क्षेत्र में जितने विकास कार्य कराए, उतने मंत्री रहते हुए गौरीशंकर बिसेन ने नहीं कराए। इसके बाद भी मेरा टिकट काटा गया। ये अन्याय है और मैं इसी के खिलाफ चुनाव लड़ रहा हूं।
ढाल सिंह कमजोर प्रत्याशी
भगत ने कहा कि ढाल सिंह कमजोर प्रत्याशी हैं और किसी भी सूरत में चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं हैं। वो सिवनी जिले के रहने वाले हैं। अगर योग्य होते तो पार्टी उन्हें सिवनी से लड़वाती। दो-दो चुनाव केवलारी से हार चुके हैं।