भोपाल। मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने आज अपने बेटे नकुलनाथ के साथ छिंदवाड़ा में नामांकन दाखिल किया। कमलनाथ ने छिंदवाड़ा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया तो उनके बेटे नकुलनाथ ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए छिंदवाड़ा संसदीय सीट के लिए नामांकन किया। कमलनाथ पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं। छिंदवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिये भाजपा ने विवेक साहू को उम्मीदवार बनाया है तो छिंदवाड़ा लोकसभा के लिये नत्थन शाह को उम्मीदवार घोषित किया है। नामाकंन दाखिल करने से पहले सीएम ने पूजा-अर्चना की।
पहली बार विधानसभा लड़ रहे हैं कमलनाथ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले वो छिंदवाड़ा संसदीय सीट से 9 बार सांसद रह चुके हैं। कमलनाथ वर्ष 1980 से छिंदवाड़ा लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। कांग्रेस ने इस बार लोकसभा चुनाव में उनकी जगह उनके बेटे नकुलनाथ का उम्मीदवार घोषित किया है। नकुलनाथ भी पहली बार चुनावी राजनीति में उतरते हुए अपने पिता की परम्परागत सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। कमलनाथ केन्द्र में कई अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।
कमलनाथ के पास है 187 करोड़ रु की संपत्ति
2014 के लोकसभा चुनाव में जमा किए गए शपथ पत्र के अनुसार, कमलनाथ के पास कुल 187 करोड़ रुपए की संपत्ति है। इसमें से उनके पास कुल 7.09 करोड़ की चल संपत्ति है, जबकि 181 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। इसमें परिवार के नियंत्रण वाली कंपनियां और ट्रस्ट भी शामिल हैं। छिंदवाड़ा जिले में 63 एकड़ जमीन के मालिक भी हैं। इसके पहले सितंबर, 2011 में 273 करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ सरकार ने उन्हें देश का सबसे अमीर कैबिनेट मंत्री भी घोषित किया था। कमलनाथ मौजूदा सामय में देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं।
क्यों हो रहे हैं उपचुनाव
मध्य प्रदेश में 2018 में विधानसभा के चुनाव हुए थे। इन चुनावों में कांग्रेस को जीत मिली थी। जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमलनाथ को मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री नियुक्त किया था। कमलनाथ ने 18 दिसंबर को मध्यप्रदेश के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ को नियमानुसार छह माह के अंदर प्रदेश विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना आवश्यक है। छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक दीपक सक्सेना के इस्तीफा देने के बाद रिक्त खाली हुई थी जिस कारण इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। दीपक सक्सेना ने कमलनाथ के चुनाव लड़ने के लिए छिंदवाड़ा विधानसभा सीट खाली की थी।
29 अप्रैल को होगी वोटिंग
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए चार चरणों में वोटिंग होगी। 29 अप्रैल को प्रदेश की छह संसदीय सीटों के लिए वोटिंग होनी है। चौथे चरण के चुनाव के लिए 2 अप्रैल को अधिसूचना जारी हुई थी। आज नामांकन की आखिरी तारीख है। 29 अप्रैल को सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा में मतदान होना है। 6 मई को टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा. होशंगाबाद, बैतूल जबकि 12 मई- मुरैना, भिंड, ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और19 मई को देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, इंदौर, खरगोन, खंडवा में वोटिंग होगी।
विधानसभा में सातों सीटों पर रहा कांग्रेस का कब्जा
छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र की सातों विधानसभा सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी। छिंदवाड़ा में एक नारा काफी चर्चित रहा है- ‘कमलनाथ एक आंधी है, छिंदवाड़ा का गांधी है।’ कमलनाथ छिंदवाड़ा को रोल मॉडल के रूप में पेश करते हैं, विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने कहा था कि पूरे प्रदेश में छिंदवाड़ा मॉडल लागू करेंगे।