नई दिल्ली
एयरफोर्स के अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक फ्रांस की राजधानी पेरिस के एक उपनगर में भारतीय एयरफोर्स राफेल प्रोजेक्ट मैनेंजमेंट का काम कर रही है, जिसमें रविवार रात घुसपैठ करने की कोशिश की गई। भारतीय अधिकारियों की ट्रेनिंग और 36 राफेल विमान के निर्माण पर ग्रुप कैप्टन रैंक के एक अधिकारी काम कर रहे हैं।
एयर फ्रांस ने इस घटना के बारे में भारतीय रक्षा मंत्रालय को पहले ही सूचना दे दी थी। दरअसल, दसॉल्ट की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में भारत को मिलने वाले राफेल विमानों को तैयार किया जा रहा है। फ्रांस अगले 5 सालों में भारत को 36 विमान देने वाला है। इस साल सितंबर में ही इसकी शुरुआत हो जाएगी, बाकि के विमान पहली डिलीवरी के 25 महीनों के अंदर की जाएगी।
सितंबर 2018 में भारतीय वायुसेना की 6 सदस्यीय टीम भी फ्रांस में दसॉल्ट के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट का दौरा कर चुकी है। भारतीय वायुसेन के डिप्टी चीफ एयर मार्शन लघुनाथ नांबियार ने इस दौरान भारत के राफेल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट पर उड़ान भी भरी थी। बता दें कि लोकसभा चुनाव में राफेल का मुद्दा जोर-शोर से उठाया गया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर मोदी सरकार को जमकर घेरा था।