सागर मध्यप्रदेश की कनुप्रिया बनी निर्माती

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TIO भोपाल

कनुप्रिया जो विगत कई वर्षों से भोपाल मध्यप्रदेश में रंगमच और दूरदर्शन में सक्रिय रूप से बतौर अभिनेत्री कार्य करती रहीं पिछले कुछ वर्षों से मुंबई में  क्राइम पेट्रोल, क्राइम अलर्ट,सावधान इंडिया, बीचवाले बापू देख रहा है जैसे कई अन्य सीरियल्स में भी कार्य कर रही हैं इसके अलावा आकाशवाणी और दूरदर्शन में स्क्रिप्ट राईटर और एंकर पर्सन भी रही आजकल अपने माँ और पिताजी के नाम को समाहित कर “ऋषिमम” प्रोडक्शन नाम के प्रोडक्शन हाउस को शुरू किया है इस प्रोडक्शन हाउस में क्लास और मास को ध्यान में रखते हुए हर बार अलग मैसेज देती हुई कुछ शॉर्ट फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी है जो जल्द ही राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लघु फ़िल्म समारोह में प्रदर्शित करने का प्लान है  आजकल इसी श्रंखला में दो लघु फिल्मों की शूटिंग भोपाल मध्यप्रदेश में कर रही है

पहली फ़िल्म “कलाकार” लघु फ़िल्म जो रंगमंच को समर्पित बाप और बेटी के सम्बंधों की कहानी है इस फ़िल्म में प्रमुख भूमिका मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के निदेशक और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के गोल्ड मेडलिस्ट श्री आलोक चटर्जी निभा रहे हैं उनके साथ कनुप्रिया उनकी बेटी का किरदार कर रही हैं और ग्रेसी उन्ही के बचपन का किरदार निभा रही हैं इसके अलावा  मनोज जोशी और अनिमेश भी अभिनय कर रहे हैं इस फ़िल्म की कहानी अनिल दुबे और कनुप्रिया की है और इसके संवाद मुम्बई की जानी मानी लेखिका कविता गांधी ने लिखे हैं। दूसरी फ़िल्म जो बच्चों के माध्यम से बड़ो को भी सीख देती है कि “ईश्वर में विश्वास रखें अंधविश्वास नहीं” है लघु फ़िल्म “तृप्ति” इस लघु फ़िल्म की लेखिका कनुप्रिया है

इस फिल्म में मध्यप्रदेश के रंगमंच के कलाकार शामिल हैं अनूप जोशी(बंटी),लता सांगड़े, अथर्व, आराध्य, निष्कर्ष, श्रीमती ममता शर्मा ने प्रमुख भूमिकाएं की हैं। भोपाल में प्रोडक्शन की ज़िम्मेदारी सम्हाल रहे हैं अनिमेश मेहता।
इन दोनों लघुफिल्मों के निर्देशक हैं मुम्बई फ़िल्म और सीरियल इंड्रस्टी के जाने माने निर्देशक अनिल दुबे जो मध्यप्रदेश के रंगमंच से जुड़े रहे और विगत 24 साल से मुंबई में कार्य कर रहे हैं जिनके कई धारावाहिक आ चुके जैसे चिड़ियाघर, नीली छतरी वाले, हर शाख पर उल्लू बैठा है, बीचवाले बापू देख रहा है, खटमल-ए-इश्क़, कृष्ण-कन्हैया कई अन्य भी।
भोपाल में बन रही इन लघु फिल्मों के कैमरामैन हैं रवि भदौरिया, मैकअप शराफत जी ने किया है और साउंड रिकॉर्डिस्ट है सचिन।

मुम्बई में इस प्रोडक्शन हाउस के दो निर्देशक हैं अनिल दुबे और प्रशांत कुमार पचौरी। आने वाले दिनों में इस प्रोडक्शन हाउस के तीनों प्रमुख लोग अनिल  दुबे (सागर) कनुप्रिया(सागर) और प्रशांत कुमार पचौरी(झाँसी)  अपने बुंदेलखंड क्षेत्र और बुन्देली बोली को बढ़ावा देने के लिए फीचर फ़िल्म और वेब सीरीज़ को बनाने की तैयारियों में जुटे हैं।