मोदी से मिलने उनके घर पहुंचे शाह, शपथ ग्रहण के लिए मेहमानों का आना जारी

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खास बातें

  • राष्ट्रपति भवन में आज शपथ ग्रहण समारोह शाम सात बजे से 8.30 तक।
  • 20 नए चेहरों के साथ 65 मंत्री बनाए जाने की संभावना, बंगाल-यूपी को तवज्जो संभव।
  • जेटली नहीं बनेंगे मंत्री…खराब सेहत का हवाला दिया, गृह, वित्त, रक्षा मंत्रालय पर निगाहें।
  • सोनिया और राहुल समेत आएंगे 8 हजार मेहमान, गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।
  • बंगाल हिंसा में मारे गए 54 भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजन भी आएंगे।

प्रधानमंत्री आवास से भाजपा अध्यक्ष निकले। दोनों नेताओं के बीच एक घंटे तक बातचीत चली। बैठक में कैबिनेट में शामिल होने वाले संभावित सांसदों के नाम पर चर्चा हुई।

पश्चिम बंगाल के मिदनापुर से भाजपा सांसद और राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बंगाल की मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण में शामिल न होने पर कहा, ‘लोगों ने राज्य में राजनीतिक हत्याओं के खिलाफ जनादेश दिया है। वह राजनीतिक हिंसा के कारण मारे गए लोगों के परिवार के सदस्यों का सामना नहीं कर सकतीं।’

थाईलैंड के विशेष प्रतिनिधि ग्रिसाडा बूनराक दिल्ली पहुंच गए हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे। थाईलैंड के भारतीय राजदूत चुटिनटोर्न गोंगसाकडी ने कहा, ‘हम भारत के जीवंत लोकतंत्र का जश्न मनाने आए हैं।’

चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल हिंसा में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के पीड़ित 50 परिवार दिल्ली पहुंच चुके हैं। जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिलने पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि अभी तक मंत्रिमंडल के सदस्यों के नामों पर अंतिम मुहर नहीं लगी है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि पार्टी का एक नेता मंत्रीपद की शपथ लेगा। उद्धव जी ने अरविंद सावंत का नाम दिया है। वह मंत्री पद की शपथ लेंगे। बता देे कि सावंत ने मुंबई दक्षिण सीट से कांग्रेस के मिलंद देवड़ा को 1,00,067 वोटों से हराया है। वहीं राउत ने बताया कि एनडीए के सहयोगी दलों से एक सांसद को मंत्री बनाया जाएगा।

बापू और अटल समाधि के बाद प्रधानमंत्री नेशनल वॉर मेमोरियल गए थे। जहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इसके बारे में ट्विटर पर लिखा, ‘भारत को उन सभी बहादुर पुरुषों और महिलाओं पर गर्व है जो अपना कर्तव्य निभाते हुए शहीद हुए हैं। राष्ट्रीय शौर्य स्मारक पर जाकर हमारे बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। हमारी सरकार भारत की एकता और अखंडता की रक्षा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। राष्ट्रीय सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।’