स्पोर्ट्स डेस्क
भारतीय क्रिकेट टीम विश्व कप के अपने पहले मुकाबले में बुधवार को जब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो आत्मविश्वास से भरी होगी। इसमें कोई शक नहीं कि दक्षिण अफ्रीकी टीम खराब दौर से जूझ रही है।
दो मुकाबले इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ हार चुकी हैं और उसकी फिटनेस समस्याएं भी गहरी हैं तेज गेंदबाज डेल स्टेन विश्व कप से बाहर हो गए हैं। अन्य तेज गेंदबाज लुंगी नगिदी की मांसपेशियों में खिंचाव है जबकि अनुभवी बल्लेबाज हाशिम अमला अभी पूरी तरह फिट होने की प्रक्रिया में हैं। बावजूद इसके दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम को हलके में लेना भूल होगी।
बादल छाए रहने और बारिश की आशंका
यहां पिच पर घास नहीं है और इसे बल्लेबाजों की मददगार माना जा रहा है। मौसम विभाग ने हालांकि बादल छाए रहने और बारिश की आशंका जताई है। गेंदबाजी में देखना यह है कि कोहली तीसरे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को उतारते हैं या नहीं। अभ्यास मैचों में रविंद्र जडेजा के उम्दा प्रदर्शन असर को तरजीह मिलती है या पिछले 22 महीने से मिलकर अच्छा प्रदर्शन कर रहे कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल खेलते हैं। एक भी मैच खेले बिना केदार जाधव को उतारा जाता है या विजय शंकर टीम में रहते हैं। कैगिसो रबादा का एक स्पैल उसके लिए कहानी बदल सकता है। मौसम से मदद मिलने पर रबादा भारत के सलामी बल्लेबाजों रोहित शर्मा और शिखर धवन के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। वैसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज से लेकर अब तक पर्याप्त रन नहीं बना पाने के कारण दोनों का आत्मविश्वास हिला हुआ होगा
धोनी की लय कायम रहने की उम्मीद
लेग स्पिनरों के खिलाफ रोहित की कमजोरी का फायदा दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस उठा सकते हैं। वह एक बार फिर इमरान ताहिर से गेंदबाजी का आगाज कराने की सोच सकते हैं। चौथे नंबर पर लोकेश राहुल उतरेंगे लेकिन देखना यह है कि कठिन हालात में उनका प्रदर्शन कैसा रहता है। धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ अभ्यास मैच में शतक जमाया और उनसे उसी लय को कायम रखने की उम्मीद रहेगी। दक्षिण अफ्रीका को बल्लेबाजी में एबी डीविलियर्स की कमी बुरी तरह खल रही है। स्पिनरों केखिलाफ बल्लेबाजों की कलई बार बार खुल रही है। ऐसे में भारतीय स्पिनरों के 20 ओवर खेलना उनके लिए मुश्किल होगा।