पाकिस्तान ने POK में आतंकी कैंप बंद किए

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इस्लामाबाद/नई दिल्ली

पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में पाकिस्तान सरकार ने आतंकी कैंपों को बंद कर दिया है। पाक में सोमवार को आईं मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि भारत के विरोध और अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते पिछले कुछ महीनों के भीतर पाकिस्तान ने अपनी धरती से आतंकी कैंपों को हटाने का काम किया। हालांकि, भारत के सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इन रिपोर्ट्स पर कहा कि हम सीमा पर सख्त निगरानी जारी रखेंगे।

जनरल रावत ने कहा- इस बात को जांचने का कोई तरीका नहीं है कि आतंकी कैंप हटाए गए हैं या फिर नहीं। ऐसे में सीमा पर हम सख्त निगरानी जारी रखेंगे।

भारत ने कहा- पीओके में 11 आतंकी कैंप
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने पीओके में आतंकी कैंप होने के सबूत पेश किए। यह भी कहा कि इन कैंपों को पाकिस्तानी सेना मदद करती है। भारत ने बताया कि पीओके में 11 आतंकी कैंप हैं। मुजफ्फराबाद और कोटली में 5-5 और एक कैंप बरनाला में है।

पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोटली में लश्कर-ए-तैयबा द्वारा संचालित कुछ कैंप बंद कर दिए गए हैं। निकिआल में भी ठिकाने बंद किए गए। ये इलाके भारत के सुंदरबनी और राजौरी सेक्टर के सामने हैं। इसके अलावा बाग इलाके में जैश-ए-मोहम्मद और कोटली में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के कैंपों को बंद किया गया है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक, मुजफ्फराबाद और मीरपुर में भी कैंपों को बंद कर दिया गया।

बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पीओके से घुसपैठ नहीं हुई
बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद भी भारतीय सेनाओं ने एलओसी के पास स्थित आतंकी संगठनों पर दबाव बनाकर रखा गया है। एयर स्ट्राइक के बाद पीओके घुसपैठ की कोशिश नहीं हुई है। वहां स्थित आतंकी लॉन्च पैड का इस्तेमाल भी बंद कर दिया गया है। खुफिया एजेंसियों ने बताया कि पिछले दो महीने से आतंकी गतिविधियों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।

पाकिस्तान द्विपक्षीय वार्ता की कोशिश कर रहा
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। इमरान भारत के साथ कश्मीर मुद्दे समेत सभी विवाद सुलझाने के लिए बातचीत करना चाहते हैं। इमरान कई बार भारत के साथ वार्ता का प्रस्ताव रख चुके हैं। लेकिन भारत अपने रुख पर कायम है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकती।