खंडवा
सिंगाजी थर्मल पावर के कारण खंडवा जिले की पहचान पावर हब के रूप में बनी है पर इसी पावर प्लांट के चलते क्षेत्र के किसान पिछले चार साल से जिस राख की समस्या से जूझ रहे हैं अब उसी राख के कारण सिंगाजी थर्मल पावर की चार यूनिट में से 3 यूनिट में बिजली उत्पादन ठप्प हो गया है. राख के सही ढ़ंग से रखरखाव नहीं होने से थर्मल पॉवर के साथ स्थानीय किसानों को भी भारी नुकसान का सामना करना पढ़ रहा है. किसानों के खेत में राख घुस जा रहे हैं जिससे फसलों को भारी क्षति पहुंच रही है.
आखिर क्या है पूरा मामला
खंडवा का सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट में चार यूनिट के जरिए 2520 मेगावाट बिजली बनाने का काम चलता है. लेकिन पिछले एक सप्ताह से पावर प्लांट की चार में तीन इकाई पूरी तरह से बंद हो गई है. जिसका मुख्य कारण फ्लाई ऐश है. इस फ्लाई ऐश के कारण तीन यूनिट की लाइन चोक हो गई है.
सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट में कोयले से बिजली बनाई जाती है. यह कोयला राख में तब्दील होने के बाद, पाइप लाइन के माध्यम से डिस्चार्ज किया जाता है. लेकिन ठीक से रखरखाव न होने के कारण तीन यूनिट बंद हो गई है. लापरवाही का आलम ये है कि जहां ये राख डम्प की जाती है. वहां पानी का समुचित बहाव नहीं होने के कारण यह राख उड़कर किसानों के खेत में पहुंच जाती है. जिस कारण किसानों की फसले भी खराब हो जाती है जिसके चलते स्थानीय किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.