एमपी में सेना की वर्दी में आॅनलाइन ठगी का गौरखधंधा फल फूल रहा

0
239

भोपाल TIO

अगर आपको कोई ओएलएक्स (OLX) पर फौजी बताकर सस्ता सामान बेचने का झांसा देता है, तो सावधान हो जाएं. दरअसल, पिछले कुछ महीनों में ऐसे सैकड़ों मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें सस्ता सामान बेचने का झांसा देकर लोगों से मोटी रकम ठगी गई है. सायबर सेल और क्राइम ब्रांच के पास रोजाना सेना की वर्दी में ठगी करने वाले आरोपियों की शिकायतें आ रही हैं.

1 महीने में 100 से ज्यादा शिकायत
राज्य सायबर सेल और भोपाल क्राइम ब्रांच के पास रोजाना ओएलएक्स पर खुद को सेना का अफसर और जवान बताकर ठगी करने वाले आरोपियों की शिकायतें आ रही हैं. ये आंकड़ा एक महीने में 100 से ज्यादा पहुंच गया है. हालांकि अभी तक पुलिस इस शातिर गिरोह का सुराग नहीं लगा सकी है.

वारदात का तरीका ?
OLX पर कभी कार, तो कभी बाइक समेत अन्य सामान के फोटो अपलोड कर उसे बेचने का झांसा दिया जाता है. जब कोई व्यक्ति उन फोटो के साथ दिए नंबर पर फोन करता है, तो फोन उठावे वाला खुद को सेना का अधिकारी या फिर जवान बताता है. आरोपी झांसा देता है कि उसका ट्रांसफर हो गया है और वो इसी वजह से सस्ता सामान OLX पर बेच रहा है.

आरोपी वाट्सएप पर फर्जी फोटो लगाकर करते हैं ठगी
भरोसा जीतने के लिए आरोपी अपने वाट्सएप प्रोफाइल पर भी सेना की वर्दी वाली फोटो लगाता है. साथ ही सामने वाले को सेना में होने के फर्जी दस्तावेज भी भेजता है. ग्राहक का विश्वास जीतने के बाद आरोपी सामान लेने वाले से एडवांस के तौर पर आधी रकम अपने विभिन्न अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेता है. आरोपी कुरियर के जरिए सामान भेजने के दस्तावेज वाट्सएप के जरिए मुहैया करता है. इसके बाद सामान के क्लीयरेंस के एवज में भी कई बार अकाउंट में पैसा डलवा लेते हैं. पर्याप्त पैसा अकाउंट में आने के बाद ठगी करने वाले आरोपी अपना मोबाइल नंबर बंद कर लेता है. मामले की जानकारी भोपाल क्राइम ब्रांच के एएसपी निश्चल झारिया ने दी है.

पुलवामा घटना के बाद से ठग गिरोह हुआ सक्रिय
गिरोह ने एक ही नाम के कई फर्जी आईडी तैयार किए हैं. सस्ता सामान मिलने की वजह से लोग आसानी से आरोपियों के झांसे में आ जाते हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलवामा की घटना के बाद इस तरह की घटना प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर में हो रही है. वहीं मध्य प्रदेश को अगर छोड़ दिया जाए तो हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और यूपी पुलिस ने OLX पर ठगी करने वाले कई आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है. हालांकि मध्य प्रदेश में भी सायबर सेल और क्राम ब्रांच लगातार आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.