अशोकनगर
पठार मोहल्ला निवासी एक महिला ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला के शव को जब पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाने के लिए जब शव वाहन नहीं मिला, तो परिजन ट्रैक्टर ट्रॉली में शव लेकर आने लगे, लेकिन रास्ते ही में ट्रॉली का पहिया निकल गया। ऐसे में जब दूसरा कोई वाहन नहीं मिला तो नगर पालिका के कचरा वाहन में शव को अस्पताल लाया गया। इस घटना पर सीएम कमलनाथ ने नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
अशोकनगर में एक महिला के शव को शववाहन के स्थान पर कचरा गाड़ी व डंपर में ले जाने की घटना इंसानियत व मानवता को तार-तार कर देने वाली है।
ऐसी घटनाएँ व चित्र, दिल को झकझोर देते है ,बर्दाश्त नहीं किये जा सकते है।
लापरवाही बरतने वाले दोषियों पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 24, 2019
मृतिका पूजा के मामा शाढ़ौरा निवासी रविंद्र ने कहा कि हमारे पिताजी को फोन पर पूजा की मौत की सूचना दी गई। जब हम अशोकनगर पहुंचे और घर गए तो वहां पूरा सामान बिखरा पड़ा था। पुलिस जांच कर रही थी।
महिला के शव का पंचनामा बनाने के बाद जब महिला के शव को जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम कक्ष तक लाने के लिए शव वाहन की सुविधा नहीं मिली तब नगर पालिका की कचरा ले जाने वाली ट्राली में शव को रखकर जिला अस्पताल लेकर निकले, लेकिन जब ट्राली ब्रिज से गुजर रही थी तभी उसका एक पहिया निकल गया। इसके बाद महिला के शव को दूसरे कचरा वाहन में रखा गया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल लाया गया।
जिला प्रशासन के प्रयासों से पूर्व कलेक्टर के आदेश पर जिला अस्पताल में दो शव वाहन तैयार कराए गए थे। इन शव वाहनों के रख-रखाव और ड्राइवर की जिम्मेदारी नगरपालिका को दी गई थी। कुछ दिन यह वाहन ठीक चले, लेकिन अब इन वाहनों का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है।