आजम खान का बचाव करने पर भड़की प्रियंका चतुर्वेदी

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TIO भोपाल

प्रियंका चतुर्वेदी लंबे समय से टीवी डिबेट और भाषणों में देखी जाती रही है उनका हमेशा बोलने का अंदाज शालीन और सरल रहता है। अनायास आसानी से वह भड़कती नहीं है। सारे सवालों के जवाब सभ्य तरीके से देती है पर महिलाओं पर हुए आपत्तिजनक शब्दों से भड़कना स्वाभाविक है।

शशी कुमार केसवानी से बातचीत में बताया असंसदीय है अंदाज
प्रियंका चतुर्वेदी ने द इंडियन आब्जर्वर संपादक शशी कुमार केसवानी से बात करते हुए बताया आजम खान ने जिस तरह का बात करने का अंदाज असंसदीय है। इससे संविधान का मजाक उड़ा है। अगर इसी तरह से होता रहा आने वाले समय में और सांसदों का भी व्यवहार संसद में खराब होता जाएगा। इसके लिए जरूरी है कि आजम खान माफी मांगे। लेकिन आश्चर्य कि बात यह भी है कि उनके साथ बैठे हुए अखिलेश यादव उनका समर्थन कर रहे थे। जो कि उत्तरप्रदेश के लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे है। उन्हें तो संसदीय भाषा का ज्ञान होना चाहिए और महिलाओं की सम्मान का भी। अखिलेश चाहते तो उन्हें उसी समय रोक सकते थे, जिससे उनका बड़प्पन साबित होता। हालांकि भारी विरोध के बाद सोमवार को उनको संसद में रमा देवी से माफी मांगनी ही पड़ी।

लोकसभा में समाजवादी पार्टी सांसद आजम खान के विवादित बयान को लेकर बवाल अभी भी जारी है। अजाम खां ने भाजपा सांसद रमा देवी को लेकर दिए गए विवादित बयान पर माफी नहीं मांगी है। वहीं, टीवी चैनल्स पर इस मुद्दे को लेकर काफी बहस हो रही है। इस दौरान एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान शिवसेना नेता प्रियंका चतुवेर्दी भड़क गईं।
दरअसल ,बहस के दौरान सपा के प्रवक्ता अभिषेक सोम ने कहा कि आजम खान ने बयान के बाद रमा देवी को अपनी बहन जैसा बताया था। आजम खां को नीचा दिखाने के लिए उनसे जबरन माफी मांगने को कहा जा रहा है। इस पर प्रियंका चतुवेर्दी भड़क गईं, उन्होंने कहा, कोई भाई अपनी बहन से इस तरह से बात नहीं करेगा। बदतमीज भाईसाहब, आप कोशिश करिए इस तरह से किसी महिला से बात करने की अगर थप्पड़ ना पड़ जाए तो मैं नाम बदल दूं अपना । इसपर सपा प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है। प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि आप इस मामले को लेकर भाई-बहन, भाई-बहन करके भाई-बहन के रिश्ते को खराब मत कीजिए।

क्या है मामला: दरअसल, 25 जुलाई को सदन में चर्चा के दौरान जमकर हंगामा हुआ। हुआ यूं कि चर्चा के दौरान आजम खान बीजेपी सांसदों की ओर देखकर शेर पढ़ रहे थे। तभी पीठासीन सभापति रमा देवी ने सपा सांसद को टोकते हुए कहा, आप इधर-उधर न देखें, आप इधर आसन की ओर देखकर बात कीजिए। आजम खान ने इसी के जवाब में कहा- मैं तो आपको इतना देखूं कि आप मुझसे कहें कि नजर हटा लो।

इसके बाद आजम खान को संसद में ऐसी भाषा का इस्तेमाल ना करने की चेतावनी दी गई। वहीं, शुक्रवार को लोकसभा में कई महिला सदस्यों ने ना केवल आजम खान से माफी मांगने को कहा है बल्कि स्पीकर पर कार्रवाई करने का भी दबाव बनाया है। स्पीकर ने कई दलों के नेताओं के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की है। सोमवार को आजम खान ने अपने बयान के लिए सदन में 2 बार माफी मांगी। अगर ऐसा नहीं होता है तो उनपर कार्रवाई भी हो सकती है।