TIO भोपाल
मध्यप्रदेश में लगभग सभी स्थानों पर पिछले तीन दिन से जारी व्यापक बारिश के बीच मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों की अवधि में कई स्थानों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बारिश से जनजीवन अस्त-वयस्त हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों का शहरों से सड़क संपर्क टूट गया है। हालांकि मंगवार रात से कई स्थानों में बारिश में कमी आने से थोड़ी राहत मिली है। लेकिन नदियां उफान पर हैं। अच्छी बारिश से प्रदेश के बांधों में लगातार पानी बढ़ रहा है।
ऑरेंज अलर्ट के तहत कहीं-कहीं भारी से भारी बारिश भी हो सकती है। इंदौर, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, बुरहानपुर, होशंगाबाद, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, सिवनी, कटनी, भोपाल,रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, दमोह और छतरपुर जिलों में कहीं-कहीं भारी और भारी से भारी बारिश हो सकती है।
कम दबाव का क्षेत्र बना: पूर्वी मध्यप्रदेश और उसके आसपास कम दबाव का क्षेत्र बन गया है तथा द्रोणिका (मानसून ट्रफ लाइन) बाड़मेर, चितौड़गढ़, विदिशा, पूर्वी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुंच रही है। वहीं चार अगस्त को बंगाल की खाड़ी पर एक और कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके चलते अभी कुछ दिन और ऐसा ही मौसम रहने की उम्मीद है।
नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर: सीहोर में पिछले चौबीस घंटों में 250 मिलीमीटर से अधिक पानी बरसा है। यहां नर्मदा नदी खतरे के निशान से 12 फीट ऊपर बह रही है। सीहोर शहर में बाढ़ के हालात है और कई घरों में पानी घुस गया है। राजधानी भोपाल में भी कल देर रात से लगातार बारिश का सिलसिला जारी है। भोपाल में मौसम में भी ठंडक घुल गई है। आज अलसुबह से जारी बारिश के चलते स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति पर भी इसका असर देखने को मिला।
होशंगाबाद में 6 दिन से लगातार बारिश: लगातार छह दिन से जिले में रुक-रुक कर तेज बारिश हो रही है। पिछले साल से इस बार अब 0.5 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है। सबसे ज्यादा बारिश बनखेड़ी में 4.5 इंच बारिश हुई। पचमढ़ी कैचमेंट एरिया और पहाड़ी नदियों के कारण नर्मदा और तवा का जलस्तर बढ़ने लगा है। मंगलवार को तवा बांध का जलस्तर 1135.60 फीट पर आ गया है। नर्मदा का जलस्तर 2 फीट बढ़कर 938 फीट पर पहुंच गया। बारिश से होशंगाबाद शहर में निचले इलाकों में पानी जमा हो गया।
सिवनीमालवा में गांवों में कोटवारों की लगी ड्यूटी : बारिश में नदी नाले उफान पर है। पिछले 24 घंटों में पौने तीन इंच बारिश हुई। मंगलवार को भी रीछी मार्ग कुछ देर के लिए बंद रहा। प्रशासन ने नदियों में बढते जल स्तर को लेकर नर्मदा नदी के किनारे पर ग्राम कोटवारों की ड्यूटी लगाई गई है।
भोपाल में बारिश से बेतवा में आया उफान : भोपाल में हो रही बारिश से विदिशा में बेतवा नदी में उफान आ गया है। शहर में मंगलवार को तेज पानी नहीं गिरा। दिन में हल्की बारिश और बीच-बीच में बूंदाबांदी का दौर चलता रहा। वहीं बेतवा उफान पर रही। शाम को चरणतीर्थ के छोटे पुल तक पानी आ गया है। इस सीजन में बेतवा पहली बार इतने उफान पर आई है।
हलाली डैम का लेवल एक फीट से ज्यादा बढ़ा : 24 घंटे के दौरान हलाली का लेवल 1 फीट से ज्यादा बढ़ गया है। हलाली का अधिकतम लेवल 1508 फीट है जबकि मंगलवार को यह लेवल 1489.5 फीट हो गया था। इससे एक दिन पहले डेम का लेवल 1488.5 फीट था। हलाली क्षेत्र में बारिश भी मंगलवार को 2.5 सेमी दर्ज की गई।
पार्वती में उफान से कोटा हाईवे फिर बंद श्योपुर में पार्वती नदी में उफान से खातौली पुल फिर डूब गया है। इससे मंगलवार को श्योपुर-कोटा हाईवे फिर बंद हो गया है। वहीं चार दिन बाद नैरोगेज ट्रेन का संचालन फिर शुरू हो गया है। पार्वती नदी का खातौली पुल अभी भी बादल छाए हुए हैं, लेकिन बारिश का दौर थम चुका है। वहीं मालवा अंचल में हुई बारिश के चलते पार्वती नदी फिर से उफान पर आ गई है। लोगों को बड़ौदा से बांरा होते हुए कोटा जाना पड़ रहा है। इससे अतिरिक्त समय के साथ अधिक खर्च भी उठाना पड़ रहा है। 25 से 27 जुलाई तक यह रास्ता बारिश के चलते पुल पर पानी आने से बंद हो गया था।
आशापुर में हाईवे पर पुल बहा, आवागमन बंद : हरदा जिले में पांच दिन से रुक-रुक कर हाे रही जोरदार बारिश के कारण वनांचल व गांवों के नदी-नाले उफान पर हैं। हरदा, रहटगांव, टिमरनी, बालागांव, खिरकिया क्षेत्र के 90 गांवों के रास्ते 16 घंटों से बंद है। इधर खंडवा-होशंगाबाद स्टेट हाईवे पर आशापुर के पास पुल बहने से सोमवार से आवागमन बंद है। लोगों को ट्रेनों व दूसरे रास्तों से घूमकर जाना पड़ रहा है। लगातार बरसात के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त है। बोरपानी में 52 वर्षीय डिप्टी रेंजर रामफल मर्सकोले बह गए। उनका शव मिला है। वहीं जोरदार बारिश से स्टेट हाईवे पर आशापुर के पास पुल बह जाने के कारण हरदा-खंडवा मार्ग बंद हो गया है।
मोहनपुरा डेम के 3 गेट और खोले : राजगढ़ में बारिश के बाद नेवज, कालीसिंध, पार्वती सहित अन्य नदी, नालों का जलस्तर बढ़ गया है। नेवज के उफान पर आने से मंगलवार सुबह मोहनपुरा डेम का सुबह एक गेट खोला गया और साढ़े तीन बजे दो गेट और खोले गए। इससे पहले सोमवार को डेम के पांच गेट खोले गए थे। अब तक डेम के कुल 8 गेट खोल दिए गए हैं, इससे नेवज नदी के छोटे पुल पर करीब चार फीट ऊपर तक पानी आ गया है। बोड़ा क्षेत्र में चेक डेम में डूबने से मंगलवार को रोसला गांव में एक 19 वर्षीय युवक की मौत हो गई। खुजनेर थाना क्षेत्र के ग्राम देर कराड़ में नाला उफान पर अाने से खेत में काम कर रहा एक दंपती बीच नाले में फंस गया। होमगार्ड की टीम मौके पर पहुंची और दोपहर तीन बजे तक दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला।
क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ
मौसम विशेषज्ञ एसके नायक ने बताया कि अगले एक हफ्ते तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। एक-दो दिन मामूली राहत भी मिल सकती है। उन्होंने बताया कि बारिश के लिए जरूरी एक लाे प्रेशर एरिया के 4 अगस्त के आसपास उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बनने की संभावना है। इसका असर भोपाल समेत मप्र के ज्यादातर शहरों में होगा।
सोमवार रात कहां कितनी हुई बारिश
होशंगाबाद 87.2, भोपाल 66.9, रायसेन 62.6, नरसिंहपुर 33.0, बैतूल 26.6, पचमढ़ी 28.0, सिवनी 22.6, खंडवा 17.0, शाजापुर 12.0, सागर 14.4, मंडला 14.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।