- पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन, दिल का दौरा पड़ने के बाद अचेतावस्था में लाई गई थीं एम्स।
- तीन घंटे पहले आखिरी ट्वीट- जिंदगी भर इस दिन की प्रतीक्षा कर रही थी।
- अंतिम संस्कार आज, पीएम मोदी ने कहा- करोड़ों लोगों की प्रेरणास्रोत।
- जनता पार्टी से राजनीति में आईं, अटल से मोदी सरकार तक चार बार मंत्री रहीं।
- सुषमा टि्वटर पर 1.31 करोड़ फॉलोअर्स के साथ दुनिया की सबसे चर्चित महिला नेता थी।
नई दिल्ली
सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने के लिए राष्ट्रपति कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री अमित शाह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेता पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी भावुक भी हो गए। लालकृष्ण आडवाणी ने एक ब्लॉग लिख अपनी संवेदना व्यक्त की। वहीं दिल्ली सरकार ने दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुंचे। इस दौरान पीएम मोदी भावुक दिखे। उन्होंने सुषमा स्वराज के परिवारीजनों से मिलकर दुख जताया।
इससे पहले श्रद्धाजलि देने पहुंचे समाजवादी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव भी भावुक हो गए।
रूस के विदेश मंत्रालय ने दुख जताते हुए कहा कि हम अपने मैत्रीपूर्ण देश के पूर्व विदेश मंत्री के निधन पर भारत के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शोक जताते हुए कहा कि सुषमा जी के निधन से मैं स्तब्ध हूं। मैं उन्हें 1990 के दशक से जानती थी। भले ही हमारी विचारधारा अलग थी फिर भी संसद में हमने कई सौहार्दपूर्ण समय साझा किए। एक उत्कृष्ट राजनीतिज्ञ, नेता और अत्छे इंसान के रूप में हम उन्हें याद करेंगे। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदनाएं।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सुषमा जी भारत माता की सच्ची बेटी थीं। उन्होंने भारत माता और देश की सेवा में अपना पूरा जीवन लगा दिया। उन्होंने विदेशों में भारत का मान बढ़ाया। वह कश्मीर घाटी से अनुच्छेद 370 हटने का ही इंतजार कर रही थीं और ऐसा होते ही हमें छोड़कर चली गईं।