पीएम मोदी तीन देशों की यात्रा पर रवाना, कहा : सदाबहार मित्रों के साथ संबंध मजबूत होंगे

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नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन के लिए गुरुवार को रवाना होने से पहले कहा कि उनकी इस यात्रा से भारत के सदाबहार मित्रों के साथ संबंध और मजबूत होंगे तथा सहयोग के नए क्षेत्र तलाशे जाएंगे। मोदी 22 अगस्त से 26 अगस्त तक तीन देशों की यात्रा पर होंगे।

मोदी ने जाने से पहले दिए गए अपने बयान में कहा कि फ्रांस भारत का मजबूत रणनीतिक साझेदार है और दोनों ही देश इसकी अहमियत गहराई से समझते हैं और इसे साझा करते हैँ। प्रधानमंत्री 22-23 अगस्त को फ्रांस में द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। इस दौरान वह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से बातचीत करेंगे और प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप से मिलेंगे।

मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान यहां भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे और फ्रांस में 1950 तथा 1960 के दशकों में एयर इंडिया के दो विमान हादसों में मारे गए पीड़ितों की याद में बनाए गए एक स्मारक स्थल का उद्घाटन करेंगे।

इसके बाद 25-26 अगस्त को मोदी राष्ट्रपति मैक्रों के आमंत्रण पर जी7 शिखर सम्मेलन में भी साझेदार देश के रूप में हिस्सा लेंगे। मोदी यहां पर्यावरण, जलवायु, समुद्र और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सत्रों में हिस्सा लेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच घनिष्ठ द्विपक्षीय सहयोग है और आगे भी दोनों देशों और दुनिया में शांति और समृद्धि को बढ़ावा देने के साझा उद्देश्य से इस संबंध को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनकी इस यात्रा से दोनों देशों के बीच मित्रता, आपसी समृद्धि, शांति और प्रगति को बल मिलेगा।

 

अगले दिन शुक्रवार को मोदी फ्रांस के प्रधानमंत्री एडवर्ड चार्ल्स फिलिप से मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह पेरिस के यूनेस्को मुख्यालय में भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। साथ ही 1950 और 1966 में एयर इंडिया की दो विमान दुर्घटनाओं में मारे गए भारतीय पीड़ितों के लिए बनाए गए स्मारक का उद्घाटन भी करेंगे।

सचिव (आर्थिक संबंध) टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच रक्षा साझेदारी को मजबूत करना, भविष्य में रक्षा अधिग्रहण, जैतपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र की स्थापना को लेकर प्रगति, भारत-प्रशांत और संबंधित परिचालन जरूरतों में रणनीतिक और राजनीतिक प्राथमिकताओं पर बातचीत होगी।

उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि रक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन, और संयुक्त विकास परियोजनाओं जैसे रणनीतिक सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों में द्विपक्षीय जुड़ाव को मजबूत किया जाएगा। कौशल विकास, अंतरिक्ष, सूचना और प्रौद्योगिकी और साइबर के क्षेत्रों में भी बातचीत होने की उम्मीद है।