बारिश-बाढ़: आधा मध्य प्रदेश ‘डूबा’, अगले 2 दिन मौसम विभाग का अलर्ट

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  • बाढ़ में घिरी गर्भवती महिला का रेस्क्यू, ख़तरे के निशान से 12 मीटर ऊपर बह रही है नर्मदा

TIO भोपाल

मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश और बाढ़ से जिंदगी ठहर गई है। राजधानी भोपाल में भारी बारिश लोगों के लिए मुसीबत बनकर आई है। शहर के निचले इलाके पानी में डूब गए हैं। 2016 के बाद पहली बार कोलार डैम के गेट खोलने पड़े हैं। हरदा में हुई बारिश ने जेल के कैदियों को मुश्किल में डाल दिया। इस बीच मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिन सूबे के लोगों पर भारी हैं। राज्य के 32 जिलों में भारी से बेहद भारी बारिश का अनुमान है। सोमवार से 48 घंटे के लिए मौसम विभाग ने रेड, ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है।  बड़वानी में नर्मदा (NARMADA RIVER)का जल स्तर 49 साल बाद रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया और मंदसौर में गांधी सागर डैम (GANDHI SAGAR DAM)के 14 गेट खोल दिए गए. छतरपुर में 5 लोग पानी में फंस गए जिन्हें सही-सलामत निकाल लिया गया. मौसम विभाग ने अभी भी कई ज़िलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट (WEATHER ALERT)जारी किया है.

रायसेन:गर्भवती महिला बाढ़ में फंसी
रायसेन के बरेली में बाढ़ के पानी में एक गर्भवती महिला भी फंस गयी थी. वो डिलीवरी के लिए जा रही थी, उसी दौरान बाढ़ में घिर गयी. उसके सिवाय 5 और लोग बाढ़ में फंसे थे. प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए अभियान चलाया और महिला सहित सभी लोगों को सही-सलामत निकाल लिया. महिला को तत्काल अस्पताल ले जाया गया जहां उसने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया.

भोपाल में भारी बारिश बनी मुसीबत
भोपाल में पिछले तीन दिन से भारी बारिश हो रही है। मूसलाधार बारिश का सिलसिला सोमवार शाम तक जारी रहा, जिसके चलते आम जनजीवन ठप हो गया। रविवार सुबह से सोमवार शाम तक यहां 160 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। शहर के कई निचले इलाकों में पानी घुस गया है। कोलार, समर्धनगर और नेहरूनगर जैसे इलाके बुरी तरह प्रभावित हैं। 100 से ज्यादा परिवारों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया है। सोमवार को भोपाल के कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने डीआईजी इरशाद वली के साथ मंडीदीप के पास बारिश से बेहाल इलाकों का जायजा लिया। भोपाल नगर निगम के स्टाफ को बंद नालियों की सफाई के निर्देश दिए गए हैं।

भारी बारिश की वजह से भोपाल में दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। दिन का तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री कम है। तीन साल में पहली बार कोलार डैम के गेट खोले गए हैं। क्षेत्र में भारी बारिश की वजह से डैम के 8 में से दो गेट खोल दिए गए हैं। इस बीच मौसम विभाग के भोपाल केंद्र ने अगले दो दिन बारिश से कोई राहत नहीं मिलने का अनुमान लगाया है।

32 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है सेंट्रल एमपी के ऊपर मॉनसूनी हवाओं की वजह से कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसकी वजह से राज्य में 15 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहेगा। मंगलवार को भी भोपाल के अलावा 32 जिलों में सामान्य से बेहद भारी बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने रायसेन, हरदा, नीमच, मंदसौर, सीहोर, रतलाम और नरसिंहपुर में रेड अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा धार, देवास, दमोह, बड़वानी, इंदौर, उज्जैन, विदिशा और राजगढ़ में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, राजधानी भोपाल के अलावा बालाघाट, बैतूलस, अलीराजपुर, आगर, अशोकनगर, सागर, सिवनी, खंडवा, खरगोन, जबलपुर और गुना समेत कई जिलों में यलो अलर्ट (भारी बारिश) की चेतावनी दी गई है।

बड़वानी : नर्मदा ख़तरे के निशान से 12 मीटर ऊपर
बड़वानी में नर्मदा नदी ख़तरे के निशान से 12 मीटर ऊपर बह रही है. यहां राजघाट में नर्मदा का जल स्तर 49 साल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. यहां पानी 136.400 मीटर के स्तर को छू रहा है. राजघाट टापू में तब्दील हो गया है.कई मकान डूब गए हैं. टापू पर करीब 40 परिवार और 100 से अधिक मवेशी हैं. सभी को निकाला जा रहा है.