नई दिल्ली
परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऑटो सेक्टर में मंदी पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान का बचाव किया। गडकरी ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा कि सीतारमण के बयान को गलत समझा गया। ऑटो सेक्टर में मंदी की कई वजह हैं। ओला-उबर का इस्तेमाल बढ़ना भी उनमें से एक है। इससे पहले सीतारमण ने मंगलवार को कहा था कि नई पीढ़ी नई कार की ईएमआई चुकाने की बजाय ओला और उबर जैसी सेवाओं का इस्तेमाल करना पसंद कर रहे हैं।
गडकरी ने कहा- पिछले कुछ महीनों में ऑटो इंडस्ट्री में लगातार गिरावट के कई कारण रहे हैं। जैसे ई-रिक्शा की सेल में बढ़ोतरी की वजह से सामान्य ऑटो रिक्शा की बिक्री कम हुई। इसके अलावा देशभर में सार्वजनिक परिवहन में बेहतरी भी मंदी की एक वजह रही है।
जीएसटी पर वित्त मंत्रालय लेगा फैसला
ऑटो सेक्टर ने हालिया समय में मंदी से उबारने के लिए सरकार से भी मदद मांगी थी। इंडस्ट्री की मांग है कि जीएसटी 28% से घटाकर 18% किया जाए। इस पर गडकरी ने कहा कि जीएसटी पर कोई भी फैसला जीएसटी काउंसिल ही लेगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि सीतारमण जी जीएसटी घटाने के लिए राज्यों से बात करेंगी। इस मामले में गेंद वित्त मंत्रालय के पाले में है।
इससे पहले सीतारमण ने मंगलवार को कॉन्फ्रेंस में जीएसटी पर किए गए एक सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि अकेले मैं जीएसटी पर फैसला नहीं कर सकती।
ऑटोमोबाइल सेक्टर की मांग पर विचार करेगा मंत्रालय: सीतारमण
सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर मीडिया को सरकार के कामों का ब्योरा दिया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि दो दशकों की सबसे बड़ी मंदी से जूझ रहे ऑटोमोबाइल क्षेत्र कि मांगों पर सरकार जरूर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय वाहन क्षेत्र के कुछ सुझावों पर पहले ही विचार कर चुकी है, आगे कुछ अन्य सुझावों पर भी चर्चा की जाएगी।