TIO भोपाल
मध्य प्रदेश (madhya pradesh) के गृहमंत्री बाला बच्चन (bala bachchan)ने शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan)और केंद्र सरकार पर ग़लतबयानी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा शिवराज झूठ बोल रहे हैं कि केंद्र सरकार ने एमपी(mp) को एक हजार करोड़ रुपए की मदद दी है. पी सी शर्मा ( p c sharma)के बाद अब बाला बच्चन ने भी कहा कि शिवराज सिंह के इशारे पर केंद्र सरकार राज्य के बजट में कटौती कर रही है.
बीमा योजना का लाभ नहीं
भोपाल में बाला बच्चन ने प्रेस के सामने कहा कि राष्टीय फसल बीमा योजना को प्रधानमंत्री फसल योजना बनाने का किसानों को कोई फायदा नहीं मिला है. केंद्र ने राज्य को मिलने वाली राशि में कटौती कर दी है. कमलनाथ सरकार में एक और मंत्री पी सी शर्मा के बाद अब बाला बच्चन ने भी कहा कि शिवराज सिंह चौहान के इशारे पर केंद्र सरकार प्रदेश के बजट में कटौती कर रहा है.
सरदार सरोवर से 2 हज़ार लोग प्रभावित
बाला बच्चन ने कहा गुजरात में बने सरदार सरोवर बांध के बैक वॉटर के कारण बड़वानी और खंडवा के दो हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं.राज्य सरकार पूरी मुस्तैदी से पुनर्वास काम में जुटी है.डूब प्रभावित इलाकों में अभी भी कई काम करने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा पीएम मोदी सरदार सरोवर बांध पर अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं लेकिन मध्य प्रदेश के बांध पीड़ित लोगों आर्थिक मदद नहीं दी जा रही.
केंद्र नहीं कर रहा मदद- प्रदेश सरकार सरदार सरोवर बांध की समस्याओं के बारे में केंद्र को कई बार लिख चुकी है लेकिन केंद्र सरकार सहयोग नहीं कर रही. डैम का पानी भरने के कारण कई गांव बुरी तरह सफर कर रहे हैं. केंद्र के रवैए के खिलाफ कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करेगी. इसके लिए 20 सितंबर को रणनीति बनायी जाएगी. पीसीसी चीफ और सीएम कमलनाथ की अध्यक्षता में बैठक होगी और प्रदेश को उसका हक़ दिलाने के लिए आंदोलन होगा.
पुलिस ने बबली कोल को मार गिराया
प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन का बयान आया है कि डकैत बबली कोल और लवलेश कोल को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया.उन्होंने गैंगवार में बबली के मारे जाने की बात से इंकार किया. बाला बच्चन ने कहा दोनों तरफ से फायरिंग हुई थी. बबली कोल गैंग की तरफ से 17 राउंड और पुलिस की तरफ से 35 राउंड फायर किए गए थे.
पीएम मोदी के जन्मदिन पर सियासत
बाला बच्चन ने कहा पीएम मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए सरदार सरोवर बांध में 1 सितंबर को ही वॉटर लेवल पूरा कर लिया गया जबकि इसे 30 सितंबर तक भरा जाना था. बैकवॉटर के कारण ही एमपी के करीब आधा दर्जन जिले डूब में आ गए और दो हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए