विधानसभा उपचुनाव: झाबुआ सीट पर उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस में तेज हुई सियासी हलचल

0
302

TIO भोपाल

चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र (Maharashtra) और हरियाणा (Haryana) के साथ देशभर की 64 सीटों पर उपचुनावों की तारीख का भी ऐलान भी कर दिया है. इन सीटों में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की झाबुआ (Jhabua) सीट भी शामिल हैं, जहां विधानसभा का उपचुनाव होने वाल है. ये सीट स्थानीय विधायक जीएस डामोर के लोकसभा (Loksabha) के लिए चुन लिए जाने से खाली हुई है. कांग्रेस इस सीट को लेकर जिस तरह से दमखम लगा रही है, उससे लगता है कि कांग्रेस और मुख्यमंत्री कमलनाथ के लिए ये चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये कि कांग्रेस किसे अपना उम्मीदवार बनाएगी.

पूरी ताकत लगा रही कांग्रेस
प्रदेश की झाबुआ विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को चुनाव होगा. आयोग के ऐलान के साथ प्रदेश कांग्रेस में सियासी हलचल तेज हो गई है. सीएम कमलनाथ से लेकर सरकार के कई मंत्री झाबुआ में पंचायत लगाकर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर चुके हैं. इस सीट पर लंबे समय तक कांतिलाल भूरिया का दबदबा रहा है. झाबुआ विधानसभा सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जीएस डामोर ने कब्जा जमाया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में झाबुआ-रतलाम सीट पर कांतिलाल भूरिया को हरकार संसद पहुंचे जीएस डामोर के सीट छोड़ने पर उपचुनाव हो रहा है. हालांकि कांग्रेस में इस सीट को लेकर खासा घमासान है. अब भूरिया पिता-पुत्र के अलावा जेवियर मेढ़ा भी ताल ठोक रहे हैं.

किसे मिलेगा कांग्रेस का टिकट
पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया और उनके बेटे विक्रांत भूरिया इस सीट पर दावेदारी जता रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस नेता जेवियर मेढ़ा भी यहां से कांग्रेस के प्रबल दावेदार हैं. कांग्रेस की गुटबाजी को रोकने के लिए सीएम कमलनाथ ने खुद यहां की जिम्मेदारी ली है. जो फार्मूला पार्टी ने तय किया है, उसके तहत कांतिलाल भूरिया को पार्टी राज्यसभा भेजेगी और जेवियर मेढ़ा को पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया जाएगा. वहीं कांतिलाल भूरिया ने कहा है कि झाबुआ सीट पर उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से तैयार है और प्रत्याशी कौन होगा ये सीएम कमलनाथ और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी तय करेंगे.

झाबुआ उपचुनाव का कार्यक्रम

21 अक्टूबर को विधानसभा का उपचुनाव होगा
>> 24 अक्टूबर को नतीजा आएगा
>> 24 सितम्बर को चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होगी
>> नामांकन भरने की आखिरी तारीख 4 अक्टूबर
>> 7 अक्टूबर तक नाम वापस लिये जा सकेंगे
>> चुनाव प्रक्रिया 27 अक्टूबर तक पूरी होगी

झाबुआ सीट पर पिछले 4 चुनावों का लेखा जोखा
>> 2003 में बीजेपी के पवैसिंह पारगी
>> 2008 में जेवियर मेढ़ा, कांग्रेस
>> 2013 में बीजेपी के शांतिलाल बिलवास
>> 2018 में बीजेपी के जीएस डामोर ने जीत हासिल की

बहरहाल इस सीट को जीतने के लिए कांग्रेस पूरा दम लगा रही है. सीएम कमलनाथ दो बार झाबुआ दौरा कर आदिवासी हित में कई बड़े ऐलान कर चुके हैं. इस सीट पर सिर्फ कांग्रेस ही नही बल्कि सीएम कमलनाथ की साख भी दांव पर होगी और इसके लिए पार्टी अपनी रणनीति पर काम कर रही है.