नई दिल्ली। अमेरिका की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी वॉलमार्ट भारतीय ई-कॉमर्स फर्म फ्लिपकार्ट में लगभग 70 फीसद हिस्सेदारी खरीदने के लिए करीब 15 अरब डॉलर खर्च करने को तैयार है, इस डील की घोषणा बुधवार को हो सकती है। यह जानकारी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट भी इस निवेश योजना में हिस्सा लेगी जो कि करीब 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी।
Wal-Mart can buy 70% stake in Flipkart despite protests
फ्लिपकार्ट के साथ होने वाले इस सौदे में वॉलमार्ट 2 से 2.5 अरब डॉलर का प्राथमिक निवेश करेगा, जिसका इस्तेमाल फ्लिपकार्ट अपना व्यापार बढ़ाने के लिए करेगा। सूत्रों के मुताबिक प्राइमरी इन्वेस्टमेंट में गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट भी भागीदारी करेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लिपकार्ट की भारतीय छवि को बरकरार रखने के लिए माइनॉरिटी इन्वेस्टर्स के पास इसे भारत या अमेरिका में अगले तीन-चार साल में लिस्ट कराने का विकल्प मिलेगा। माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स के पास कंपनी के 30 फीसद शेयर्स बच जाएंगे। गौरतलब है कि इससे पहले अमेजन भी फ्लिपकार्ट में हिस्सेदारी खरीदने की होड़ में शामिल थी।
वालमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदा होने से पहले ही विवादों में घिरता दिखाई दे रहा है। स्वदेशी जागरण मंच ने इस सौदे को विदेशी निवेश की नीति का उल्लंघन बताया और कहा कि मंच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वाणिज्य व उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु को पत्र लिखकर इस मुद्दे को उठाएगा। अमेरिका की रिटेल कंपनी वालमार्ट ने भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट को खरीदने का प्रस्ताव रखा है। दोनों कंपनियों की बातचीत अंतिम चरण में हैं और अगले सप्ताह इस सौदे का एलान होने की संभावना है। बहुत संभव है कि दोनों कंपनियां नौ मई को संयुक्त रूप से इसकी घोषणा करें। लेकिन घोषणा से पहले ही स्वदेशी जागरण मंच ने इस सौदे पर विरोध जता दिया है।