नई दिल्ली
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मुंबई में आज स्कॉर्पियन क्लास की दूसरी पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी को नौसेना में कमीशन किया। इसके अलावा पी-17ए सीरीज का पहला युद्धपोत आईएनएस नीलगिरि को भी लॉन्च किया गया।
पहले, भारतीय नौसेना ने समुद्र में स्कॉर्पियन श्रेणी की दूसरी पनडुब्बी आईएनएस खंडेरी को शामिल करने से इनकार कर दिया था। नौसेना को समुद्र में यूजर ट्रायल के दौरान इस पनडुब्बी के इंजन से ज्यादा आवाज आने की शिकायत थी। इस कारण खंडेरी को देरी से नौसेना में कमीशन किया जा रहा है।
कुछ ताकतें मुंबई जैसे हमले दोबारा करना चाहती हैं, उन्हें कामयाब नहीं होनें देंगे: राजनाथ
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि कुछ ऐसी ताकतें हैं जो भारत के तटीय क्षेत्र में मुंबई जैसे हमले दोबारा करना चाहती हैं लेकिन उनके मंसूबे पूरे नहीं होने दिए जाएंगे। रक्षामंत्री ने मझगांव बंदरगाह शिपबिल्डर्स लिमिटेड में आईएनएस खंडेरी को नौसेना में शामिल किए जाने के बाद कहा कि क्षेत्र में शांति बाधित करने वाले लोगों के खिलाफ नौसेना कड़ी कार्रवाई करेगी।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान दुनिया के हर दरवाजे पर दस्तक दे रहें हैं और अपना मजाक उड़वाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। पाकिस्तान को यह समझने की जरूरत है कि भारतीय नौसेना खंडेरी के शामिल होने के बाद पहले से ज्यादा मजबूत हुई है, और सरकार सशस्त्र बलों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री दुनिया में हर दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं और अपना मजक उड़वाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। वहीं पनडुब्बी के नौसेना में शामिल किए जाने पर कहा कि यह हमारे लिए बेहद गर्व की बात है कि भारत उन कुछ चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जो अपनी पनडुब्बी खुद बनाते हैं।
खंडेरी की ये हैं विशेषताएं
यह पनडुब्बी स्टेल्थ और एयर इंडिपेंडेंट प्रॉपल्शन समेत कई तरह की तकनीकों से लैस है जिससे इसका पता लगाना दुश्मनों के लिए आसान नहीं होगा। यह टॉरपीडो और ट्यूब लॉन्च्ड एंटी-शिप मिसाइल से हमला करने में सक्षम है। युद्ध की स्थिति में यह पनडुब्बी हर तरह की अड़चनों से सुरक्षित और बड़ी आसानी से दुश्मनों को चकमा देकर बाहर निकल सकती है।
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि यह किसी भी रडार की पकड़ में नहीं आएंगी। इसके अलावा इससे जमीन पर भी आसानी से हमला किया जा सकता है। इस पनडुब्बी का इस्तेमाल हर तरह के वॉरफेयर, ऐंटी-सबमरीन वॉरफेयर और इंटेलिजेंस के काम में भी किया जा सकता है।