जम्मू
जम्मू-कश्मीर के रामबन में बटोट-डोडा रोड इलाके में शनिवार सुबह सुरक्षाबलों ने आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर इलाके की घेराबंदी की। आतंकियों ने खुद को घिरा हुआ देख सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। जिसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हुई। दोनों ओर से फायरिंग जारी है। सूत्रों के मुताबिक दो से तीन आतंकी छिपे होने की आशंका है।
भारतीय सेना के प्रवक्ता कर्नल देवेंद्र आनंद ने बताया कि आज यानी कि शनिवार सुबह करीब 7:30 बजे दो व्यक्तियों ने बटोट-डोडा रोड पर एक नागरिक के वाहन को रोकने की कोशिश की। वाहन चालक को दोनों के हाव-भाव और हुलिये पर संदेह हुआ। उसने इस मामले की जानकारी पास के ही सेना पोस्ट को दी। भारतीय सेना के जवानों ने तुरंत दोनों संदिग्ध आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी।
आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सेना, सीआरपीएफ और एसओजी की संयुक्त टीम ने इलाके में घेराबंदी की। बीते दिनों जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से पिछले एक पखवाड़े के दौरान सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकियों पर बेहद सख्त शिकंजा कसा है।
दरअसल, सुरक्षाबलों के भारी दवाब के चलते आतंकी तथा उनके मददगार ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) मांद में छिप गए हैं। सुरक्षाबलों ने ऐसी रणनीति बनाई है कि आम लोगों के साथ उसका संपर्क ही न होने पाए। इसके चलते पथराव की घटनाएं भी कम हुई हैं।
सुरक्षा एजेंसियों के पास मौजूद इनपुट के अनुसार, घाटी में फिलहाल 300 आतंकी सक्रिय हैं। ओजीडब्ल्यू की संख्या छह हजार से अधिक है। यह ओजीडब्ल्यू ही आतंकियों को मदद पहुंचाने के साथ घाटी में हिंसा तथा पत्थरबाजी को भी बढ़ावा देते हैं।