यूपी के कैराना और नूरपुर उपचुनाव में बीजेपी ने खेला सहानुभूति कार्ड

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मेरठ। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने यूपी के उपचुनाव में फतह हासिल करने के लिए सहानुभूति कार्ड खेला है। पार्टी ने कैराना लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह और नूरपुर विधासभा सीट से दिवंगत लोकेंद्र सिंह की पत्नी अवनी सिंह को कैंडिडेट बनाया है। दरअसल, कैराना सीट पर सहानुभूति की लहर से जीत मिलती रही है। यहां तक कि विपक्ष की कैंडिडेट तबस्सुम पति के निधन के बाद संसदीय चुनाव जीत चुकी हैं।

28 मई को होने वाले लोकसभा और विधानभा की एक सीट पर उपचुनाव को 2019 के आम चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इसके लिए बीजेपी ने जहां दिग्गजों को उतारा है, वहीं आरएलडी उम्मीदवार के पक्ष में सभी गैर-बीजेपी दल एकजुट हो गए हैं। दोनों ही सीटों पर मतदान 28 मई को होगा। 31 मई को नतीजे आएंगे।
BJP’s Karanana and Noorpur bypoll played by sympathetic card
कैराना पर सहानुभूति का असर
कैराना सीट 1962 अस्तित्व में आई। 1984 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी + की हत्या के बाद पहली बार सहानुभूति का असर दिखा। लोकसभा चुनाव में चौधरी अख्तर को जीत मिली। उसके बाद अख्तर हसन के बेटे मुनव्वर हसन भी इसी तरह जीते। मुनव्वर हसन के बाद 2009 में उनकी पत्नी तबस्सुम हसन (मौजूदा आरएलडी प्रत्याशी) भी संसद पहुंच गईं। तबस्सुम एक बार फिर मैदान में हैं, जबकि उनको मृगांका सिंह चुनौती देंगी।

मुकाबला बहू-बेटी के बीच
बीजेपी प्रत्याशी मृगांका सिंह कैराना की बेटी हैं, जबकि तबस्सुम हसन बहू। हालांकि तबस्सुम खुद को बहू के साथ बेटी होने का दावा करती हैं। वह मूल रूप से सहारनपुर की हैं और कैराना सहारनपुर में ही है।

कैराना में वीआईपी जमावड़ा
कैराना उपचुनाव का रंग बुधवार से चटख हो जाएगा। यहां वीआईपी का जमावड़ा रहेगा। तबस्सुम बुधवार को नामांकन दाखिल करेंगी। इस दौरान आरएलडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी, जबकि एसपी के पूर्व मंत्री कमाल अख्तर और संजय लाठर मौजूद रहेंगे।
बीजेपी की मृगांका सिंह गुरुवार को नामांकन करेंगी। उनके साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय, वेस्ट यूपी अध्यक्ष अश्विनी त्यागी, 6 मंत्री डॉ. धर्म सिंह सैनी, सुरेश राणा, एसपी सिंह बघेल, चौधरी लक्ष्मी नारायण, अतुल गर्ग, बलवीर सिंह औलख, लोकसभा के प्रभारी प्रदेश महामंत्री विजय बहादुर पाठक, देवेन्द्र सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ. संजीव बालियान के अलावा 19 विधायक और प्रदेश और क्षेत्रीय संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।