रांची
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के लिए झारखंड राज्य क्रिकेट असोसिएशन का मैदान बिल्कुल तैयार है। तीसरे टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम ने गुरुवार को यहां जमकर अभ्यास किया और क्रिकेट फैन्स यहां अपने चहेते खिलाड़ियों का प्रैक्टिस सेशन भी देखने आए। खिलाड़ियों के प्रैक्टिस सत्र के दौरान फैन्स और मीडिया की आंखें यहां झारखंड के सबसे खास चेहरे को तलाश रही थीं। वह थे महेंद्र सिंह धोनी। धोनी भले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हों लेकिन फैन्स और मीडिया को आस थी कि माही भारतीय टीम से मिलने यहां जरूर आएंगे और सभी की जुबान पर यही सवाल था कि आखिर एमएस धोनी हैं कहां? क्या वह मैच देखने यहां आएंगे?
सिर्फ सीमित ओवरों के फॉर्मेट में खेलने वाले महेंद्र सिंह धोनी वर्ल्ड कप के बाद से ही क्रिकेट के मैदान से दूर हैं। माही टीम इंडिया के लिए विकेटकींपिक ग्लब्स पहने अब कब उतरेंगे इस पर भी तस्वीर कुछ साफ नहीं हैं। बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बनने जा रहे सौरभ गांगुली ने भी हाल में कहा, ‘जब मैं सिलेक्टर्स से 24 अक्टूबर को मिलूंगा तो मैं भी इस सवाल का जवाब उनसे मांगूगा कि वह धोनी को लेकर क्या सोच रहे हैं।’ 24 अक्टूबर को भारतीय चयनकर्ता बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज के लिए टीम इंडिया का चयन करेंगे।
धोनी की प्रतिभा को स्कूल के दिनों से ही पहचानने वाले केशव बनर्जी इन दिनों धोनी के संन्यास पर हो रही चर्चाओं से खुश नहीं हैं। हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए बनर्जी ने कहा, ‘धोनी साल 2004 से ही टीम इंडिया के लिए पूरी लगन से लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं। ऐसे में वह पर्याप्त आराम करने के भी हकदार हैं। ऐसे में उन्हें कुछ समय अपने परिवार के साथ बिताने देना चाहिए।’
जब केशव बनर्जी से यह पूछा गया कि उनकी राय में आखिर कब तक धोनी को इंटरनैशनल क्रिकेट में बने रहना चाहिए? इसके जवाब में बनर्जी ने कहा, ‘मेरे ख्याल में वह अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्ड कप तक खेलना चाहते होंगे। इसके बाद वह अपने संन्यास पर फैसला जरूर ले लेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘भारतीय क्रिकेट के लिए यह अच्छी चीज है कि इन दिनों भारत के पास विकेटकीपर्स का अच्छा पूल है, जो धोनी के बाद उनकी विरासत को संभाल सकता है।’ उन्होंने कहा, ‘झारखंड के ही इशान किशन शानदार कर रहे हैं, इसी तरह संजू सैमसन भी हैं। सफेद बॉल क्रिकेट के लिए शायद ऋद्धिमान साहा अच्छा विकल्प न हों क्योंकि वह बड़े हिट लगाने वाले खिलाड़ी नहीं हैं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में स्टंप्स के पीछे वह क्या शानदार खिलाड़ी हैं। इन दिनों सिलेक्टरों के पास खूब सारे विकल्प हैं।’