मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 13 दिन बाद भी सरकार गठन को लेकर स्थिति साफ नहीं है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के घर मंगलवार को हुई बैठक के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि जनता ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन को जनादेश दिया है। हमने शिवसेना को प्रस्ताव भेजा है और हमें उनकी तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। हम अगले 24 घंटे तक उनके जवाब का इंतजार करेंगे। हमारे दरवाजे खुले हैं। इस बीच संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर अगर भाजपा हमसे चर्चा करना चाहती है तो हमें इस पर उनसे लिखित आश्वासन चाहिए।
मुनगंटीवार ने कहा- सरकार हम ही बनाएंगे, सरकार घंटों या मिनटों में नहीं बनती। सरकार बनने के लिए कुछ समय देना पड़ता है और हमने वह समय दिया है।
भाजपा-शिवसेना में गतिरोध खत्म करने के लिए संघ प्रमुख को पत्र लिखा गया
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री सिर्फ शिवसेना का होगा। उन्होंने दावा किया कि हमारे पास 171 विधायकों का समर्थन है और यह संख्या 175 हो सकती है।
इस बीच, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के सलाहकार किशोर तिवारी ने राज्य में सरकार गठन को लेकर चले रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए संघ प्रमुख प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने संघ प्रमुख से आग्रह किया है कि वे सरकार गठन को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मध्यस्थता कराएं, ताकि भाजपा और शिवसेना के बीच जारी विवाद का सहमति से हल निकल सके।
सियासी मुलाकातों का सिलसिला तेज हुआ
राकांपा और कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को राज्यपाल से मुलाकात करेगा। महाराष्ट्र के राकांपा प्रमुख जयंत पाटिल, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण और महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बाला साहेब थोराट इसका हिस्सा हैं।
इससे पहले देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की। फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में जल्द सरकार का गठन होगा। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने भी दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की। पवार ने कहा कि सोनिया से राज्य के राजनीतिक हालातों पर चर्चा हुई।
महाराष्ट्र में किसके पास, कितने नंबर?
महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों में से 105 भाजपा, 56 शिवसेना, 54 राकांपा, 44 कांग्रेस, 2 एआईएमआईएम, 3 बहुजन विकास अघाड़ी, 13 निर्दलीय और 11 अन्य के पास है। महाराष्ट्र में विधानसभा का कार्यकाल 9 नवंबर को खत्म हो रहा है।
राकांपा-शिवसेना गठबंधन की चर्चा
राकांपा प्रमुख शरद पवार और संजय राउत की मुलाकात के बाद चर्चा है कि शिवसेना और राकांपा मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं। इसमें 8 निर्दलीय विधायक भी शामिल हो सकते हैं। कांग्रेस इन्हें बाहर से समर्थन कर सकती है। इस बारे में आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक राकांपा विधायक ने कहा कि हमने भाजपा-शिवसेना के बीच 1995 वाला फॉर्मूला आगे रखा है। तब मुख्यमंत्री पद शिवसेना के पास था, जबकि उपमुख्यमंत्री का पद भाजपा के पास था।