राहुल गांधी ने कहा- ‘मोदीनॉमिक्स’ की स्थिति बेहद खराब, सरकार को अपने ही आंकड़े छिपाने पड़ रहे

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नई दिल्ली

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को उपभोक्ता खर्च में गिरावट वाली सरकार की रिपोर्ट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- ‘मोदीनॉमिक्स’ (मोदी सरकार की अर्थव्यवस्था) इतनी खराब हो गई है कि सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छिपानी पड़ रही है।

इस बात पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। वे राफेल मुद्दे पर की गई टिप्पणी के लिए राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग कर रहे थे। प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया। बाद में उन्हें तुगलक रोड पुलिस स्टेशन ले जाया गया।

राहुल ने लिखा- प्रतिकूल निष्कर्षों के कारण रिपोर्ट को रोका

दरअसल, राहुल गांधी ने ट्वीट में एक खबर भी पोस्ट की है, जिसमें राष्ट्रीय सांख्यिकी संगठन (एनएसओ) के आंकड़े का हवाला देते हुए लिखा है कि देश में चार दशक बाद उपभोक्ता खर्च में गिरावट आई है। गरीबी लगातार बढ़ रही है। ग्रामीण इलाकों में मांग में कमी आई है। मोदी शासन में देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। राहुल ने यह भी लिखा- एनएसओ की रिपोर्ट को 19 जून को जारी करने की मंजूरी दी गई थी। लेकिन, सरकारी एजेंसी ने इसके ‘प्रतिकूल’ निष्कर्षों के कारण रोक दिया था।

मोदी सरकार जनता को गरीबी में धकेल रही: प्रियंका

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस आंकड़े को लेकर कहा- मोदी सरकार देश की जनता को गरीबी में धकेलना का इतिहास बना रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ज्यादा त्रस्त हैं और वे सरकार की नीतियों का दुष्परिणाम भुगत रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में कहा- 2017-18 में हुए एक सर्वेक्षण का आंकड़ा अखबारों में छपा है। यह आंकड़ा इस वर्ष जून में जारी होना था। यह रिपोर्ट सरकार के खिलाफ है, इसलिए उन्होंने इस रिपोर्ट को छिपा दिया।

‘यह सर्वेक्षण जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच हुआ’

उन्होंने कहा- रिपोर्ट के अनुसार उपभोक्ता आंकड़े में देश के हर नागरिक का महीने का खर्च 3.7% घटा है। जबकि ग्रामीण इलाकों में इसमें और ज्यादा 8.8% की गिरावट आई है। वर्ष 2011-12 में देश का हर व्यक्ति 1501 रु. औसत खर्च कर रहा था, जो 2017-18 में घटकर 1446 रुपए प्रतिमाह हो गया। 2014 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स में हरियाणा 55वें स्थान पर था, जो 2017 में 100वें स्थान पर आ गया। यह सर्वेक्षण जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच हुआ है।