Maharashtra: राकांपा-कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन का नाम महाविकास अघाड़ी होगा, उद्धव पूरे परिवार के साथ विधायकों की बैठक में पहुंचे

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मुंबई

होटल ट्राइडेंट में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस विधायकों की बैठक शुरू हो गई है। शिवसेना विधायक दल के नेता एकनाथ शिंदे ने गठबंधन का नाम महा विकास अघाड़ी रखने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे सभी विधायकों ने स्वीकार कर लिया। बैठक में शरद पवार, सुप्रिया सुले मौजूद हैं। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पत्नी रश्मि और बेटों आदित्य व तेजस के साथ पहुंचे। माना जा रहा है कि बैठक में उद्धव को गठबंधन का नेता चुना जाएगा और इसके तुरंत बाद तीनों दल राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करने जाएंगे।

सुप्रीम कोर्ट के फ्लोर टेस्ट के फैसले के बाद ही सीएम देवेंद्र फडणवीस और उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने इस्तीफा दिया था और इसी के साथ साफ हो गया था कि महाराष्ट्र में सत्ता का गठन राकांपा-कांग्रेस-शिवसेना गठबंधन करेगा। इसके बाद ही शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने दावा किया था कि उद्धव ठाकरे 5 साल मुख्यमंत्री रहेंगे।

सभी विधायक भी अपने होटलों से बसों के जरिए ट्राइडेंट पहुंचे। कहा जा रहा था कि अजित पवार भी यहां आ सकते हैं। लेकिन, राकांपा विधायक दल के नेता जयंत पाटिल ने कहा कि अजित बैठक में नहीं आएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक गठबंधन का नेता चुने जाने के तुरंत बाद तीनों दल राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करने जाएंगे। प्रोटेम स्पीकर भाजपा के कालिदास कोलंबकर चुने गए हैं, उन्होंने बुधवार को विधानसभा का पहला सत्र बुलाया है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा था- खुला मतदान हो, कार्यवाही का सीधा प्रसारण किया जाए
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच विपक्षी दलों (शिवसेना, राकांपा-कांग्रेस) की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार (27 नवंबर) को फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया। शीर्ष अदालत ने कहा था कि तुरंत प्रोटेम स्पीकर नियुक्त कर कल शाम 5 बजे तक विधायकों का शपथ ग्रहण करा लिया जाए। इसके बाद गुप्त मतदान के बिना, खुले मतदान (ओपन बैलेट) के जरिए फ्लोर टेस्ट कराएं। विधानसभा की कार्यवाही का सीधा प्रसारण भी हो। इस फैसले के बाद ही देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने इस्तीफा दे दिया था।

फडणवीस ने कहा- जिन्होंने हॉर्सट्रेडिंग के आरोप लगाए, वे अस्तबल खरीदकर बैठे
फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब आज सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया और जब बुधवार को बहुमत साबित होना है, तब अजित पवार ने हमसे मुलाकात की और कहा कि कुछ कारणों से वे इस गठबंधन में नहीं रह सकते। उन्होंने अपना इस्तीफा मुझे सौंपा। उनका इस्तीफा आने के बाद हमारे पास भी बहुमत नहीं है। भाजपा ने पहले दिन से एक भूमिका ली थी कि हम किसी विधायक को नहीं तोड़ेंगे। हम हॉर्स ट्रेंडिंग नहीं करेंगे। इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं। शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस की सरकार अपने ही बोझ तले दब जाएगी। शिवसेना के नेता सोनिया गांधी के नाम की कसम खा रहे थे। हमें आश्चर्य हुआ कि सत्ता के लिए वे कितने लाचार हैं। जिन्होंने हम पर हॉर्स ट्रेंडिंग का आरोप लगाया, वे तो पूरा अस्तबल खरीदकर बैठे हैं।

कांग्रेस के थोराट नहीं, भाजपा के कोलंबकर प्रोटेम स्पीकर
फडणवीस के इस्तीफे के एक घंटे बाद ही तय हो गया कि भाजपा विधायक कालिदास कोलंबकर प्रोटेम स्पीकर की शपथ ली। इससे पहले कांग्रेस ने बाला साहेब थोराट को प्रोटेम स्पीकर बनाने की मांग की थी। कांग्रेस ने कहा था कि वे विधानसभा में सबसे वरिष्ठ नेता हैं। थोराट 8 बार के विधायक हैं। थोराट को कांग्रेस विधायक दल का नेता भी चुना गया है। राकांपा ने जयंत पाटिल को विधायक दल का नेता चुना है।