Maharashtra: विधानसभा का विशेष सत्र कल, ‘महा विकास अघाड़ी’ का फ्लोर टेस्ट भी होगा

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मुंबई

महाराष्ट्र में विधासभा का विशेष सत्र शनिवार को होगा। इसके लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) विधायक दिलीप वालसे पाटिल को महाराष्ट्र विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में नियुक्त किया गया है। वहीं उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली ‘महा विकास अघाड़ी’ (शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन) सरकार शनिवार को ही विधानसभा में विश्वास मत (फ्लोर टेस्ट) का प्रस्ताव पेश कर बहुमत सिद्ध कर सकती है। इसके लिए उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में तैयारियां की जा रही हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को दोपहर बाद औपचारिक रूप से अपना कार्यभार संभाल लिया। कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, सीएम उद्धव ठाकरे ने मंत्रालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की और उन्हें निर्देश दिए कि वे विकास संबंधी कार्यों को तुरंत शुरू करें और सार्वजनिक धन की बर्बादी के खिलाफ सतर्क रहें।

महाराष्ट्र विधानभवन के सूत्रों ने बताया कि शनिवार को विश्वास मत पेश किया जाएगा है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बहुमत साबित करने के लिए उद्धव ठाकरे को 3 दिसंबर तक का वक्त दिया था। अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तय वक्त से काफी पहले बहुमत परीक्षण कराने को तैयार हैं। ठाकरे के इस कदम को पिछले कुछ दिनों से चल रहे सियासी नाटक का पर्दा गिराने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गुरुवार शाम में राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। ठाकरे के साथ ही 6 अन्य मंत्रियों ने शपथ ली थी, जिनमें शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के दो-दो सदस्य शामिल थे।

सूत्रों का कहना है कि सरकार मंत्रिमंडल का विस्तार करने से पहले बहुमत परीक्षण करा लेना चाहती है। माना जा र​हा है कि विधायकों के शपथ ग्रहण से लेकर बहुमत परीक्षण तक सरकार अधिक समय लेने के मूड में नहीं है।

बता दें कि महाराष्ट्र में कई दिन की रस्साकशी के बाद शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार बन पाई है। इससे पहले रातों-रात महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटा और एनसीपी विधायक दल के नेता अजित पवार के समर्थन से देवेंद्र फडणवीस ने सुबह-सुबह राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

फडणवीस के सरकार बनाने के बाद शिवसेना ने राज्यपाल के फैसले और फडणवीस सरकार के गठन को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट के जल्द बहुमत सिद्ध करने के फैसले के बाद देवेंद्र फडणवीस ने इस्तीफा दे दिया था। फडणवीस के इस्तीफा देने के बाद छत्रपति शिवाजी स्टेडियम में 28 नवंबर को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।