संसद के बजट सत्र का पहला चरण आज से शुरू हो रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत होगी। शुक्रवार को ही सरकार दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगी, जबकि शनिवार को आम बजट पेश करेगी। आर्थिक सर्वे की प्रतियां संसद पहुंच गईं हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज आर्थिक सर्वेक्षण 2019-20 पेश करेंगी।
संसद भवन पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन पहुंच गए हैं। मीडिया से बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे कार्यकाल और इस दशक का यह प्रथम बजट सत्र है। हम सबका प्रयास रहना चाहिए कि इस सत्र में इस दशक के उज्जवल भविष्य के लिए मजबूत नींव डालने वाला सत्र बना रहे। पीएम ने कहा कि आज राष्ट्रपति जी का अभिभाषण होगा और कल बजट पेश किया जाएगा। वैश्विक आर्थिक स्थितियों के संदर्भ में भारत किस प्रकार से फायदा उठा सकता है। अपनी आर्थिक गतिविधि को मजबूत बनाते हुए वैश्विक परिवेश का अधिकतम लाभ भारत को मिले। हमारी सरकार की पहचान, दलित, पीड़ित, शोषित, महिलाओं को सशक्त करने की रही है। इस दशक में भी हमारा उसी दिशा में बल रहेगा। पीएम ने कहा कि मैं चाहता हूं कि दोनों सदनों में आर्थिक विषय पर, सशक्तीकरण पर जोर दिया जाए।
संसद की कार्रवाई शुरू होने से पहले सोनिया गांधी की अगुवाई में विपक्षी दलों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया। इन नेताओं ने हाथों पर काली पट्टी बांध रखी थी और नारेबाजी कर रहे थे।
संसद के बजट सत्र का पहला चरण शुक्रवार से शुरू हो रहा है। जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से सत्र की शुरुआत होगी। वहीं सरकार शुक्रवार को दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेगी, जबकि शनिवार को आम बजट पेश किया जाएगा। इसके अलावा विपक्ष ने सीएए, एनआरसी को लेकर सरकार को घेरने की रणनीति बना ली है। इसी के तहत संसद भवन के बाहर कांग्रेस की अतंरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही हैं। कांग्रेस और विपक्षी सांसद लगातार नो एनआरसी, नो सीएए के नारे लगा रहे हैं।
यूरोपीय संसद में वोटिंग से पहले मोदी जाएंगे ब्रसेल्स
यूरोपीय संसद में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ संयुक्त प्रस्ताव पर मतदान टलने को अपनी बड़ी कूटनीतिक जीत मान रही भारत सरकार फिलहाल चुप नहीं बैठने वाली। यूरोपीय संसद में सीएए के खिलाफ यह वोटिंग मार्च तक टल गई है। ऐसे में ठीक उससे पहले फरवरी में न सिर्फ विदेश मंत्री एस जयशंकर यूरोपीय संघ के देशों की यात्रा पर जाएंगे बल्कि उसके तुरंत बाद मार्च के मध्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ब्रसेल्स की यात्रा पर जाएंगे। बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स शहर में ही यूरोपीय संसद है और पीएम मोदी वहां भारत-यूरोपीय संघ की 15वीं बैठक में हिस्सा लेंगे। इस बैठक का उद्देश्य भारत और यूरोपीय संघ के आर्थिक तथा कूटनीतिक रिश्तों को आगे बढ़ाना है, लेकिन कहने की जरूरत नहीं कि इस दौरान भारत की तरफ से सीएए पर अपना पक्ष मजबूती से रखने में कोई कोताही नहीं होगी।