उमा के सामने ही पीएम की खूब हुई आलोचना, नहीं किया आशा के अनुरूप कार्य

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बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल में नगर सुधार न्यास के पूर्व अध्यक्ष राजीव खंडेलवाल की पुस्तक ‘कुछ सवाल जो देश पूछ रहा है आज’ के विमोचन समारोह में केंद्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री उमा भारती की मौजूदगी में गुरुवार को वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेद प्रताप वैदिक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर आलोचना की।
PM’s remarkable criticism in front of Uma, did not work as expected
पुस्तक विमोचन समारोह में वैदिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार साल के कार्यकाल में आशा के अनुरूप कार्य नहीं किया। देश में आज भी भूखे मरने की स्थिति है। वैदिक ने राम मंदिर जन्मभूमि विवाद का बेहतर हल बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चाहिए कि राम मंदिर के लिए जो 75 एकड़ भूमि दी गई है उसमें 25-30 एकड़ जमीन पर ऐसा भव्य राममंदिर बनाना चाहिए कि ताज महल भी उसके सामने फीका पड़ जाए। जो भी विदेशी पर्यटक भारत आए वह राम मंदिर देखने अयोध्या जरूर जाए।

बाकी 40 एकड़ जमीन पर भारत के सभी प्रमुख धर्मो मुस्लिम, सिख, जैन, बौद्घ, क्रिश्चयन आदि के पूजा स्थल बनाने चाहिए। इस मौके पर केन्द्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने कहा कि आरक्षण खत्म करने की बात न तो प्रधानमंत्री ने कही और न ही सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कही गई है। फिर आरक्षण बंद करने की बात कहां से आ गई है।

उन्होंने कहा है कि हमारे देश में समाज विषमताओं से भरा है। जहां समाज में विषमता रहती है वहां विशेष अवसर प्रदान करने पड़ते हैं। जब तक प्रत्येक नागरिक को शिक्षा और आर्थिक आधार पर समानता नहीं मिल जाती, तब तक आरक्षण लागू रहेगा, चाहे एक हजार वर्ष गुजर जाए।

पत्रकार आनंद पांडे ने कहा कि देश में अभी भी अंग्रेजों का इतिहास चल रहा है। समाज को पता होना चाहिए वाल्मीकि कौन थे? शबरी कौन थी? वेदों को पढ़ना चाहिए। दलितों को कैसे स्वीकार करते थे। मेरा मानना है कि इतिहास का पुनर्लेखन होना चाहिए। पहले हिंदू- मुस्लिम के बीच संघर्ष होता था अब हिंदुओं के बीच संघर्ष की स्थिति बन रही है। कोई है जो फूट डालने का प्रयास कर रहा है।