TIO, Delhi
इंडियन आइडल की तर्ज पर काव्य जगत के लिए क्षितिज संस्था द्वारा आयोजित चिर प्रतीक्षित कार्यक्रम इंडियन आइकोनिक पोएट (सीजन -2) बीते दिनों दिल्ली में मुक्तधारा आॅडिटोरियम में भव्यता के साथ संपन्न हुआ। क्षितिज की संस्थापिका और कार्यक्रम संयोजिका रंजीता अशेष ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नए लोगों के हुनर को सम्मान और पहचान देने के साथ साथ समाज को नए ढंग से कविता से जोड़ना भी है। दो दिवसीय चले कार्यक्रम की तैयारी अक्टूबर माह से शुरू हुई। देश भर से 300 कवियों के आवदेन प्राप्त हुए थे। जिनके लिए प्रथम चरण की आॅडिशन प्रक्रिया 8 शहरों – दिल्ली,नॉएडा, आगरा, ग्वालियर, भोपाल,जयपुर, चंडीगढ़ और लखनऊ में संपन्न हुई।
आॅडिशन में प्रत्येक शहर की साहित्यिक विभूतियों की एक ज्यूरी ने 5 कवियों को चुना। तत्पश्चात कवियों को द्वितीय चरण के लिए एक थीम पर कविता लिख कर, उसको प्रस्तुत करते हुए स्वयं की वीडिओ क्षितिज को भेजनी थी। जिसके पश्चात हर शहर से 2 प्रतिभागियों को फाइनल के लिए दिल्ली आमंत्रित किया गया। संस्था ने 15 फरवरी को दिल्ली में एस के क्राउन पार्क में अपने प्रतिनिधि इवेंट – “इंडियन आइकोनिक पोएट-सीजन 2′ के सभी फाइनलिस्ट के लिए GMP सेशन (ग्रूमिंग + मोटिवेशन + पोएट्री) का आयोजन किया। क्षितिज संस्थापिका रंजीता अशेष ने मुख्य अतिथियों के साथ डीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरूआत की। ग्रूमिंग के लिए न्यूज एंकर अक्षया पाठक, मोटिवेशन के लिए आशीष जुनेजा और पोएट्री सेशन के लिए प्रोफेसर संतोष बकाया ने फाइनल की सभी प्रतिभागियों से महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की।
इस मौके पर क्षितिज ने अपनी प्रथम वार्षिक पत्रिका – “क्षितिज” का भी विमोचन किया। पत्रिका के अलावा क्षितिज के अन्य सदस्यों की पुस्तकों का भी विमोचन हुआ। जिनमें आलोक पाराशर की -“स्नेह से आलिंगन”, मिताली, सुरजीत और सिद्धार्थ की – साझी गजल गीत संग्रह ” गुलिस्तान”, सत्येन यादव की “किरदार”, रिषिका घई की “अल्फाज मेरे दिल से”, अनीता गुप्ता की “मयूरपंख”, कनिका खेमानी की “लव अन्फोल्ड” शामिल हैं। सभी लेखकों के चेहरे पर उनके किताब की शानदार लॉन्च होने की चमक साफ दिखाई दे रही थी।
GMP विशेषज्ञों के साथ ही कार्यक्रम में रंजीता नाथ घई की आर एन टॉक्स का कर्टन रेजर हुआ। कार्यक्रम का संचालन अनुराग परिहार और प्रिंस कालरा ने किया। रंजीता अशेष ने सभी अतिथियों, प्रायोजकों, प्रकाशकों और अपनी टीम को धन्यवाद देते हुए सभी फाइनल प्रतिभागियों को फाइनल के लिए शुभकामनाएं दीं। फिर अगले दिन यानी 16 फरवरी को इंडियन आइकोनिक पोएट सीजन 2 – ग्रैंड फिनाले में प्रतियोगिता संपन्न हुई। विजेता का चुनाव मौजूद श्रोता और ज्यूरी के सम्मिलित निर्णय से हुआ। जिसमें भोपाल से केदार शुक्ला प्रथम, दिल्ली से अनुपम कौशिक द्वितीय और आगरा से गीत दीक्षित तृतीय स्थान पर रहीं। विजेताओं को कैश प्राइज, ट्रॉफी और अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत एयर मार्शल Dr. एल के वर्मा जो वायु सेना में उत्कृष्ट योगदान के लिये राष्टृपति द्वारा सम्मानित तथा हिन्दी साहित्य में भी विलक्षण योगदान के लिये ‘प्रेमचन्द स्मृति पुरूस्कार से सम्मानित’ रहे। विशिष्ट अतिथियों में Lt Gen Dr ए आर प्रसाद (Retd) तथा Col (Prof) आर के दर्गन की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। कर्नल दर्गन ने एक वाक्या साझा किया जब 1971 के युद्ध में वह गोली द्वारा जख्मी हो गये थे और फिल्म ‘बॉर्डर’ में जलते हुऐ टैंक का एक दृश्य उन पर अधारित है। जिससे दर्शको में काफी रोमांच हुआ।
कविता के साथ साथ कार्यक्रम को चार चांद लगाने में गायक सार्थक, बीट-बॉक्सर धनंजय व अलिगढ़ के रॉक बेन्ड तथा नन्ही बालिकाओं की नृत्य प्रस्तुति ने कोई कसर नहीं छोडी़। पूरे कार्यक्रम का संचालन शुभांग डिमरी और नीलु धनगर ने किया। कार्यक्रम में रंजीता अशेष ने प्रत्येक शहर के आॅडिशन आयोजकों, सहयोगियों तथा जूरी को मोमेंटो प्रदान कर धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही उन्होंने अपनी टीम अनुराग, रमन, प्रिंस, कमल, शुभांग,वैभव,अंश को दो दिवसीय महोत्सव सफलता पूर्वक समपन्न होने की बधाई और धन्यवाद भी दिया।
क्षितिज-इंडियन आइकोनिक पोएट ‘सीजन-2’ के मीडिया पार्टनर
‘द इंडियन आॅब्जर्वर’