TIO भोपाल
मध्य प्रदेश में लॉकडाउन फेज-4 की तस्वीर साफ हो गई है। ग्रीन जोन में आम दिनों की तरह बाजार खुलने लगे हैं। सुबह से सड़कों और बाजारों में भीड़-भाड़ देखी जा रही है। सोमवार रात मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता के नाम संदेश में साफ किया है कि रेड और ग्रीन जोन में जो सहूलियतें दी जा रही हैं वे फिलहाल सिर्फ 7 दिन के लिए हैं। अगर हालात काबू में रहे तो फेज-4 में दी जा रहीं रियायते लागू रहेंगी। अगर संक्रमण बढ़ता है तो समीक्षा के बाद फिर से सख्ती की जाएगी। मंगलवार दोपहर तक प्रदेश में संक्रमित मरीजों की संख्या 5241 पर पहुंच गई। इसमें इंदौर के 2637 और भोपाल के 1081 मरीज हैं। कुल 252 की मौत हो चुकी है।
फेज-4 में ऑरेंज जोन अब नहीं होगा
राज्य सरकार ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बदलाव कर दिया। ऑरेंज जोन अब नहीं होगा। रेड जोन में इंदौर और उज्जैन का पूरा जिला रहेगा, जबकि भोपाल की सिर्फ नगर निगम सीमा तक ही रेड जोन प्रभावी होगा। भोपाल के साथ बुरहानपुर, जबलपुर, खंडवा, देवास नगर निगम क्षेत्र और मंदसौर, नीमच, धार और कुक्षी के नगर पालिका एरिया को रेड जोन माना जाएगा। बाकी को ग्रीन जोन मानकर उसमें केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन और प्रोटोकॉल के हिसाब से गतिविधियां सामान्य की जाएंगी। रेड जोन में एक सप्ताह तक बाजार बंद रहेंगे। जिले के क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से चर्चा और समीक्षा के बाद उन्हें खोला जाएगा। मोहल्ले, एकल दुकानें, आवासीय इलाकों की दुकानें, बाजार में स्थित आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुली रहेंगी। रेड जोन के बाहर लाइसेंस वाली शराब और भांग की दुकानें खुल सकेंगी।