पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 7466 नए मामले सामने आए, 175 लोगों की मौत

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  • भोपाल में 8 दिन में 336 नए पॉजिटिव; 30 जून तक 6 हजार होने की आशंका; मध्यप्रदेश के निवाड़ी को छोड़ सभी जिलों में फैला संक्रमण

TIO नई दिल्ली

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 7,466 नए मामले सामने आए हैं और 175 लोगों की मौत हुई है। इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 1,65,799 हो गई है, जिनमें से 89,987 सक्रिय मामले हैं, 71,106 लोग ठीक हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और अब तक 4,706 लोगों की मौत हो चुकी है।

राजधानी में गुरुवार को 22 कोरोना पॉजिटिव मिले, जबकि तीन मरीजों की मौत हो गई।  नए संक्रमितों में छह जहांगीराबाद इलाके के एक ही परिवार के पांच लोग शामिल हैं। हर दिन इस इलाके में 100 से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। भोपाल में बीते आठ दिन में 336 नए केस सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग का अनुमान है कि संक्रमण की रफ्तार यही रही तो 31 मई तक कुल मरीज 1600, जबकि 30 जून तक बढ़कर 6350 हो जाएंगे।

विभाग अब नए केस की इसी रफ्तार को आधार मानते हुए जून-जुलाई की तैयारियों में जुट गया है। शहर के अस्पतालों में 10 हजार से ज्यादा बेड, एक हजार आईसीयू बेड, 1500 ऑक्सीजन बेड रिजर्व कर लिए गए हैं। ऑक्सीजन बेड की संख्या 2700 तक बढ़ाई जा सकती है। कॉन्टैक्ट हिस्ट्री के आधार पर यदि ज्यादा से ज्यादा लोगों को क्वारेंटाइन करना पड़ा तो शहर के सभी गेस्ट हाउस, 100 से ज्यादा मैरिज गार्डन में व्यवस्था की जाएगी। भौरी इंस्टीट्यूशन एरिया, जंबूरी मैदान में अस्थाई क्वारेंटाइन सेंटर बनाने की भी तैयारी है। सरकारी स्कूलों को भी आइसोलेशन के लिए तैयार करने की योजना है।

52 में से सिर्फ एक जिला निवाड़ी संक्रमण से बचा

प्रदेश में कोरोना अब 51 जिलों में फैल गया है। सिर्फ निवाड़ी संक्रमण से बचा है। गुरुवार को कटनी जिले में एक 9 साल की बच्ची संक्रमित मिली। अब 10 या उससे अधिक संक्रमित मरीज 30 जिलों में हैं।

250 से ज्यादा नर्सिंग होम चिह्नित
हमीदिया, एम्स, आरकेडीएफ, पीपुल्स, महावीर, एलएन मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, 250 से ज्यादा नर्सिंग होम्स, एलएन मेडिकल कॉलेज एवं जेके अस्पताल, सभी निजी अस्पताल को आइसोलेशन एवं आईसीयू के बेड आरक्षित रखने के निर्देश हैं। एडवांस मेडिकल कॉलेज, रेलवे अस्पताल, मैनिट के हॉस्टल में मरीजों के संपर्क में आए लोगों और कोविड अस्पतालों में पॉजिटिव मरीजों को रखा जाएगा।

प्रदेश में 23 दिन में डबल हो रहे केस, रिकवरी रेट 54.3%
प्रदेश में कोरोना के मामले अब 23 दिन में डबल हो रहे हैं। जबकि देश में हर 16वें दिन। कोरोना समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में रिकवरी रेट भी 54.3% हो गया है। देश में यह 42.8% है। हर दिन 6 हजार सैंपल जांचे जा रहे हैं।
फीवर क्लीनिक होंगे आदर्श
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि प्रदेश के 1557 फीवर क्लीनिक्स को आदर्श क्लीनिक बनाया जाएगा। यहां कोई भी व्यक्ति अपनी स्वास्थ्य जांच करवा सकेगा।

प्रदेश में सागर नया हाॅट स्पाॅट बन गया है। यहां गुरुवार काे 27 नए पॉजिटिव मिले हैं। यह अब तक एक दिन में मिले मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या है। इसके अलावा एक मरीज की मौत हो गई। जिले में यह छठवीं मौत है। सदर क्षेत्र में एक ही परिवार के 11 सदस्य समेत 17 पॉजिटिव मिले हैं। मढ़िया विट्ठल नगर में एक परिवार के 4 सदस्यों सहित 7 पॉजिटिव पाए गए। जिले में अब तक कुल 141 पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 78 पॉजिटिव सदर क्षेत्र से हैं। इधर इंदौर में गुरुवार को 84 संक्रमित मरीज मिले। चार लोगों की मृत्यु भी हुई। 1073 सैंपल की जांच में 964 निगेटिव निकले। अब कुल संक्रमित 3344 हो चुके हैं।

उज्जैन में 29 नए संक्रमित

उज्जैन में संक्रमण अब पुराने शहर से फ्रीगंज और उसके बाद इंदौर रोड की कॉलोनी तक पहुंच गया है। गुरुवार को 29 नए पॉजिटिव पाए गए। एक मरीज की इंदौर में मौत हो गई है। अब कुल 658 मरीज हो चुके हैं। इनमें से 55 की मौत, 302 डिस्चार्ज और 301 का इलाज चल रहा है। उधर मुरैना में एक 73 साल की महिला की मौत हो गई।

टीबी अस्पताल से भागा मरीज एंबुलेंस के नीचे घुसा, एक घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने बाहर निकाला
टीबी अस्पताल से भागकर एक मरीज गुरुवार देर शाम तिरुपति कॉलोनी में खड़ी 108 एंबुलेंस के नीचे जाकर घुस गया। युवक बार-बार चिल्ला कर कह रहा था कि मुझे भर्ती नहीं होना। इस बात से स्टाफ के लोगों में उसके कोरोना पॉजिटिव होने की शंका हुई और डर के कारण किसी ने भी उसे हाथ नहीं लगाया। मरीज को बाहर निकालने के लिए कोई पानी डाल रहा था तो आवाज लगा रहा था। करीब 1 घंटे तक वह एंबुलेंस के नीचे पड़ा रहा। डायल 100 मौके पर पहुंची। जिसके बाद मरीज को पकड़कर 108 एंबुलेंस में बैठाकर, जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। बताया जा रहा है कि मरीज बंडा निवासी है। जिसे टीबी की शिकायत थी। लेकिन जब मरीज को भर्ती करने की बात आई तो वह  भर्ती होने के डर से बिना जांच कराए ही टीबी अस्पताल से भाग निकला था।