- होशंगाबाद, विदिशा, सिवनी में भारी बारिश, नर्मदा सहित कई नदियां उफान पर
- नरसिंहपुर में भारी बारिश के बाद पुलिया टूटने से छिंदवाड़ा मार्ग बंद
TIO भोपाल
मध्य प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश से नर्मदा सहित कई नदियां उफान पर आ गई हैं। होशंगाबाद, विदिशा, सिवनी, बालाघाट, भोपाल औन अन्य इलाकों में बारिश के बाद कई इलाकों में पानी भर गया है। इंदौर में भी सुबह से बारिश हो रही है। जबलपुर में नर्मदा नदी में उफान से ग्वारीघाट डूब गया है। नदियों में उफान से कई जगह सड़क मार्ग बंद कर दिए गए हैं। उधर मौसम विभाग के मुताबिक आज भोपाल, ग्वालियर और होशंगाबाद संभाग सहित, मंदसौर, नीमच, रतलाम, आगर, शाजापुर, देवास, उज्जैन, बैतूल, भिंड, शिवपुरी और श्योपुर में भारी बारिश हो सकती है। मध्य प्रदेश में एक बार फिर शुरू हुआ बारिश का सिलसिला अभी दो-तीन दिनों तक चल सकता है। शुक्रवार को सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में दर्ज की गई थी।
विदिशा जिले में पिछले करीब 48 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में नदी नाले लगातार दूसरे दिन भी उफान पर बने हुए। विदिशा तहसील के अहमदपुर कस्बे में घरों में पानी भरने की सूचना पर होमगार्ड की रेस्क्यू टीम रवाना की गई है। एसडीएम गोपाल वर्मा ने बताया कि कस्बे में शुक्रवार को ही पानी पहुंचना शुरू हो गया था लेकिन देर रात ज्यादा पानी भर गया है जिसके चलते कुछ मकान बाढ़ के पानी से घिर गए हैं, जिनमें करीब 20 लोग फंसे हुए हैं। उन्हें निकालने के लिए होमगार्ड का रेस्क्यू दल सहित वह स्वयं मौके पर पहुंच रहे हैं।
सीएम ने रद्द किया रायसेन-विदिशा का दौरा
प्रदेश के कई इलाकों में हो रही भारी बारिश के बाद सीएम शिवराज सिंह ने आज रायसेन के गैरतगंज का दौरा निरस्त कर दिया है। सीएम को आज गैरतगंज में किसानों की फसलें देखकर अधिकारियों और किसानों से चर्चा करनी थी। इसके साथ वे रायसेन और विदशा का दौरा भी करने वाले थे। जिले में गुरुवार शाम से ही तेज बारिश हो रही है।
राजधानी भोपाल में बीते 24 घंटे में लगातार बारिश हो रही है। शनिवार सुबह 6 बजे तक इस दरम्यान भोपाल शहर में 97.7 मिमी पानी गिर चुका था, जबकि भोपाल जिले में 80.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इसमें बैरागढ़, कोलार और नबीबाग में दर्ज बारिश के आंकड़े शामिल किए गए हैं। इसके चलते भदभदा डैम फुल हो गया। उसके सुबह ही 4 गेट खोलने पड़े। गुरुवार के बाद शुक्रवार को भी रातभर पानी गिरा। रुक-रुककर हो रही तेज बारिश के कारण शहर के डैम से लेकर अंडरब्रिज और सड़कें तक ओवरफ्लो हों गईं। मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक इसी तरह बारिश होने की संभावना जताई है।
खंड़वा में नर्मदा नगर से भोपाल मार्ग पर वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित
खंडवा में इंदिरा सागर बांध परियोजना से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण भोपाल की ओर जाने वाले मार्ग पर नर्मदा नगर स्थित पुल से चार पहिया वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। इस पुल से केवल दो पहिया वाहन ही गुजर सकेंगे। प्रशासन ने चार पहिया वाहन चालकों से इस मार्ग का उपयोग नही करने की अपील की है। एसडीएम पुनासा ममता खेड़ें ने बताया कि बांध के नीचे स्थित पुल से एहतियातन बड़े वाहनों की आवाजाही रोकी गई है। शासकीय, पुलिस वाहन और एंबुलेंस को प्रतिबंध से मुक्त रखा गया है।
हरदा में खंडवा-होशंगाबाद स्टेट हाईवे सुबह 7 बजे से बंद
हरदा में अजनाल नदी में बाढ़ से निचली बस्तियों में पानी भर गया है। होशंगाबाद खंडवा हाईवे बंद हो कर दिया गया है। मानपुरा कि निचली बस्ती में भी पानी भरने लगा है। प्रशासन ने राहत के इंतजाम अब तक शुरू नहीं किए हैं।
अभी तक करीब 210 मिमी ज्यादा पानी गिर चुका
दिन में रुक-रुककर और शाम से सुबह तक लगातार पानी गिरने के कारण शहर में जलभराव की स्थिति हो गई। अब तक सीजन में एक हजार मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है। यह करीब 200 मिमी अधिक है। एक दिन पहले भोपाल में इस सीजन में 986.8 मिलीमीटर बारिश हो चुकी थी। यह सामान्य बारिश से 142 मिलीमीटर अधिक थी। 17 अगस्त की बात करें तो राजधानी में औसत से करीब 2% कम बारिश हुई थी। हालांकि, मौसम विभाग औसत से 19% कम और औसत से 19% अधिक बारिश को सामान्य बारिश मानती है।
होशंगाबाद। होशंगाबाद में नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रशासन ने सेना बुलाई है। संभागयुक्त रजनीश श्रीवास्तव ने इसकी पुस्टि की है। एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई हैं। नर्मदा का रौद्र रूप देखकर याद आई 1973 की भीषण बाढ़, आज ही दिन पानी-पानी हुआ था पूरा शहर। शनिवार सुबह 9 बजे तक नर्मदा का जलस्तर 973 फीट तक पहुंच गया है। जो खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर चल रहा है।
होशंगाबाद में 29 अगस्त 1973 का दिन। जब लोगों की सुबह आंख खुली थी नर्मदा उफन रही थी। कई मोहल्लों में पानी भर चुका था। 29 अगस्त 2020 को भी नर्मदा एक बार फिर से उफान पर है। जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर चल रहा है। कई मोहल्लों में पानी भरने के कारण उन्हे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। सुबह 9 बजे तक नर्मदा का जलस्तर 973 फीट तक पहुंच गया है। जो खतरे के निशान से 6 फीट ऊपर चल रहा है।
सिवनी में संजय सरोवर से छोड़ा जा रहा 2 लाख क्यूसेक पानी
सिवनी में लगातार हो रही बारिश के बाद छपारा के संजय सरोवर भीमगढ़ डैम के 40 मीटर ऊंचाई गेट खोलकर 2 लाख क्यूसेक पानी प्रति सेकंड छोड़ा जा रहा है। बांध के 10 गेट 4-4 मीटर तक खोल दिए गए हैं। बीते 24 घंटे में सबसे ज्यादा छपारा में 215.9 मिलीमीटर व सिवनी विकासखंड में 209.8 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। जिले में बारिश अनवरत जारी है, जिससे नदी किनारे बसे इलाको में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। अभी तक किसी जनहित की सूचना नहीं है। वैनगंगा नदी के उफान पर होने से छपारा भीमगढ़, केवलारी क्षेत्र की कई बस्तियों में पानी भर गया है। नदी के निचले हिस्से में किनारे बसे घरों को खाली कराया जा रहा है। बैनगंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। छिंदवाड़ा, अमरवाड़ा व सिवनी में हो रही लगातार बारिश से बैनगंगा नदी पानी बढ़ता जा रहा है। वही केवलारी क्षेत्र में बहने वाली सागर नदी भी उफान पर है। नदियों के उफान में होने से सिवनी मंडला, सिवनी छिंदवाड़ा व सिवनी बालाघाट मार्ग में आवागमन बाधित है।
यह हुआ था 29 अगस्त 1973 को
होम साइंस कॉलेज के पास बनी पिचिन के टूटने से शहर के कई हिस्सों में पानी पहुंच गया था। देखते ही देखते पूरे शहर में पानी भर गया था। कई मकान भी धराशायी हो गए थे। तूफानी बरसात में जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया था। बच्चे, महिलाएं सभी अपनी जीवन रक्षा के लिए सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहे थे।
इस बार फिर से जिले में रिटर्न 1973 जैसे हालात
29 अगस्त 1973 में भी बारिश के साथ तीनों बांधों के गेट खोल दिए जाने से बाढ़ आई थी, ऐसे ही हालात 47 साल बाद फिर आज के दिन 29 अगस्त 2020 में भी बन रहे हैं। जिसमें सराफा चौक के पास तक नर्मदा का पानी पहुंच गया था। तटीय बस्तियां भी जलमग्न हो गईं थी। बीटीआई, एसपीएम पुलिया, महिमा नगर, ग्वालटोली रोड, धानाबड़, बांद्राभान में बैक वाटर भरा रहा है।
समय 10 बजे सुबह
नर्मदा नदी – 974.40 फीट
तवा जलाशय – 1166.10 फीट
बरगी जलाशय – 422.40 मीटर
बारना जलाशय -348.22 मीटर
घानाबड़ में खेत में फंसे तीन लोग
नर्मदा-तवा के संगम स्थल बांद्राभान के पास के घानाबड़ गांव में बाढ़-बारिश का पानी भरा रहा है। यहां तीन लोग एक खेत में फंस गए हैं। होमगार्ड का दल मौके पर पहुंच गया है। पर्यटन कोरीघाट जलमग्न हो गया है।
बालाभेंट में भराया बाढ़ का पानी
जिला होमगार्ड कमांडेंट आरकेएस चौहान ने बताया कि तटीय गांव बालाभेंट में बाढ़ का पानी भरा रहा है। वहां गोताखोर के दल को बोट के साथ पहुंचाया गया है। घानाबड़ में कुछ लोग बाढ़ से बचने के लिए पुल के ऊपर जाकर बैठ गए हैं। बचाव दल को पहुंचाया गया है। बांद्राभान में दिवस बसेरा में शिफ्ट किया जा रहा है।