वॉशिंगटन। दुनिया में शत्रुता और युद्ध का एक नया रूप सामने आ रहा है। एक अमेरिकी अधिकारी के चीन में असामान्य अवाज सुनने के बाद दिमागी चोट की शिकायत की। इस रिपोर्ट के बाद मंगलवार को ट्रंप प्रशासन ने अपने नागरिकों को इसे लेकर चेतावनी जारी की है। यह मामला क्यूबा में अमेरिकी राजनयिकों पर रहस्यमयी ‘सॉनिक अटैक’ की याद ताजा करता है, जिसके बाद कई अमेरिकी अधिकारियों को अपने देश वापस बुला लिया गया था। इन अधिकारियों ने एक साथ सुनने में समस्या, चक्कर आना, दृष्टि संबंधी शिकायतों की जानकारी दी थी। दूतावास की प्रवक्ता जिनी ली ने कहा कि चीन और अमेरिका के अधिकारी कर्मचारी के मस्तिष्क में हल्की चोट लगने के बाद मामले की जांच कर रहे हैं।
Injured brain hearing by the American official’s unusual voice
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि चीन से ऐसे किसी अन्य केस की जानकारी अभी तक नहीं है। उन्होंने कहा, ‘अमेरिकी सरकार इन मामलों को गंभीरता से ले रही है और चीन में अपने अधिकारियों को इस समस्या के बारे में जानकारी दे दी है।’ बताया जा रहा है कि अमेरिकी कर्मचारी दक्षिणी चीन के गुआंगझोऊ में कार्यरत था। अमेरिकी दूतावास ने चीन में रहने वाले अमेरिकी नागरिकों को भेजे एक ईमेल में कहा कि उसे असामान्य स्थिति के लक्षण या देश में इस तरह की किसी दूसरी स्थिति की जानकारी नहीं है।
गौरतलब है कि पिछले साल अमेरिका ने खुलासा किया था कि क्यूबा में कार्यरत उसके 24 राजनयिक और उनके परिवार के लोग मस्तिष्क की एक रहस्यमय बीमारी की चपेट में हैं। कनाडा के 10 राजनयिकों और उनके परिजनों को भी यह अजीबोगरीब बीमारी हुई थी। पेइचिंब स्थित अमेरिकी दूतावास के एक अधिकारी ने पहचान सार्वजनिक ना करने की शर्त पर कहा , ‘हम इस समय हवाना की घटना से इसे नहीं जोड़ सकते, लेकिन सभी संभावनाओं की जांच कर रहे हैं।’
दूतावास के स्वास्थ्य अलर्ट में कहा गया कि दूतावास के कर्मचारी ने ‘हाल में तेज एवं अस्पष्ट लेकिन असामान्य आवाज एवं दबाव की सनसनी सी महसूस की। ‘ संदेश में कहा गया , ‘अमेरिकी सरकार इसे गंभीरता से ले रही है और चीन के अपने आधिकारिक कर्मचारियों को इसकी जानकारी दे दी है।’ दूतावास की तरफ से जारी संदेश में कहा गया, ‘यदि चीन में प्रवास के दौरान आप किसी भी अजीब तरह की आवाज या दबाव महसूस करें तो उस आवाज का कारण जानने की जगह सबसे पहले ऐसी जगह जाएं, जहां वह आवाज न हो। साथ ही नजदीकी डॉक्टर से सम्पर्क करें।’